ठण्डी हवा की सरसराहट बढ़ा रही है ठिठुरन

 

फसलों पर भी छाते दिख रहे संकट के बादल

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। दिसंबर के अंतिम सप्ताह के बाद पड़ रही कड़ाके की सर्दी का दौर अभी भी जारी है। सर्द हवाओं से लोग बुरी तरह हलाकान ही नज़र आ रहे हैं। दिन में घरों के अंदर जहाँ हवाएं कम आ रही हैं, वहाँ तो राहत है पर सड़कों पर निकलते ही हवाएं तीर के मानिंद ही चुभती प्रतीत हो रही हैं।

लोगों का कहना है कि इस बार सर्दी शरीर से चिपकती हुई महसूस हो रही है। शरीर पर स्वेटर, जर्किन व गर्म टोप और मफलर के बाद भी कानों में ठण्डी हवा की सरसराहट ठिठुरन को बढ़ा रही है। बार – बार मौसम में हो रहे अचानक परिवर्तन के कारण लोग बीमार भी हो रहे हैं।

इस बार तापमान में भी अप्रत्याशित रूप से उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। किसी दिन तापमान एकाएक बढ़ जाता है तो दूसरे ही दिन पारा गोता लगा देता है। मौसम में जल्दी – जल्दी हो रहे फेरबदल को शरीर सहन नहीं कर पा रहा है, जिससे लोग बीमार भी पड़ रह हैं।

उमर दराज लोगों का कहना है कि इस बार सर्दी ने जिले में विलंब से प्रवेश किया है। अममून सर्दी का मौसम अक्टूबर से आरंभ हो जाता है तो जनवरी तक ठण्ड सहने के अनुकूल शरीर हो जाता है। इस बार देश के मैदानी, पहाड़ी क्षेत्रों में अचानक बन रहे विक्षोभ के कारण मौसम में अचानक परिवर्तन हो रहा है। इसी के कारण तापमान में उतार – चढ़ाव एकदम से और ज्यादा हो रहा है। यही कारण है कि ठण्ड ज्यादा महसूस की जा रही है।

फसलों पर भी संकट के बादल : इधर, किसानों की मानें तो तापमान के गिरने के कारण पाले की मार भी फसलों पर पड़ती दिख रही है। पाले से बचने के लिये किसान कल्याण विभाग के द्वारा लगातार एडवाईज़री जारी करते रहना चाहिये किंतु किसान कल्याण विभाग इस मामले में मौन ही नज़र आ रहा है।