बरसा पानी, पालिका की अनदेखी से मचा कहर!

 

 

पुलिस अधीक्षक निवास की चारदीवारी गिरी!

(महेश रावलानी)

सिवनी (साई)। बारिश के आगाज़ के साथ ही नगर पालिका की अकर्मण्यता के कारण लोगों की आफत हो रही है। स्थान – स्थान पर लोगों के घरों और प्रतिष्ठानों में पानी भर रहा है। बारिश के चलते जिला पुलिस अधीक्षक निवास की बाबूजी नगर की ओर की दीवार भी धराशायी हो गयी।

मौसम विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि 30 जून को शाम पाँच बजे तक शहर में 47.2 मिली मीटर पानी गिरा था। वहीं इसके बाद के चौबीस घण्टों में 33.4 मिली मीटर बारिश दर्ज की गयी है। 48 घण्टों में ही 80.़6 मिली मीटर पानी गिरने के कारण शहर के अनेक स्थान कुछ समय के लिये तालाब में तब्दील हो गये थे।

बुधवारी बाजार के व्यापारियों के अनुसार हर साल बारिश में बुधवारी बाज़ार पूरी तरह तालाब में तब्दील हो जाता है। नगर पालिका में पदस्थ रहे अभियंताओं के द्वारा तत्कालीन जिलाधिकारी भरत यादव को भी गुमराह किया जाकर शंकर मढ़िया के सामने की ओर एक भूमिगत नाले का निर्माण तो करवा दिया गया किन्तु इसके बाद भी जल भराव की समस्या से निज़ात नहीं मिल सकी है।

नगर पालिका के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि बुधवारी बाज़ार में जल भराव का मुख्य कारण पॉलीथिन का जमकर उपयोग होना है। लोग पॉलीथिन का उपयोग करते हैं और यही पॉलीथिन नाले नालियों में जाकर फंस जाती है, जिससे पानी का बहाव रूक जाता है।

सूत्रों का यह भी कहना है कि बुधवारी बाज़ार सहित अनेक स्थानों के नाले और नालियों पर लोगों के द्वारा पक्के निर्माण करवाये जाकर वहाँ कब्जा कर लिया गया है, जिससे नालों की सफाई नही हो पाती है। सूत्रों ने कहा कि इन कब्जेधारियों के द्वारा इस स्थान का पट्टा भी दिखाया जाता है जिसके कारण पालिका का दल बैरंग लौट जाता है।

सूत्रों ने कहा कि जिलाधिकारी प्रवीण सिंह के द्वारा अगर इस बात पर गौर कर लिया जाये कि किसकी गलती से इन दुकानदारों को पट्टे जारी हुए थे तो दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है। इसके साथ ही इसके लिये जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही भी होना आवश्यक है।

बताया जाता है कि मंगलवार को हुई बारिश के बाद पुलिस अधीक्षक के निवास की बाबूजी नगर की ओर की चारदीवारी पूरी तरह धराशायी हो गयी। इस बाउंड्री वाल के गिरने के पीछे यह कारण बताया जा रहा है कि यहाँ नाली उचित तरीके से नहीं बनायी गयी है। सड़क पर इस चारदीवारी के गिरने के कारण मलबा अभी भी बिखरा हुआ है।