(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। सोशल मीडिया का प्रयोग समाज में बहुत तेजी से बढ़ रहा है। बच्चे, युवा, बुजुर्ग सभी स्मार्टफोन में व्यस्त हं। लोग सोशल मीडिया में कुछ भी शेयर कर रहे हैं। नेताओं के द्वारा कई बार अफवाह फैलाकर जनभावना से खिलवाड़ किया जाता है।
इन सभी समस्याओं के प्रति सचेत करने और सोशल मीडिया की समझ विकसित करने के लिये सिवनी जिले के युवा डॉ.दीपक राय ने सोशल मीडिया राजनीति और समाज नामक पुस्तक लिखी है। आईएसबीएन नंबर के साथ सरकारी मान्यता प्राप्त इस पुस्तक को वाराणसी के नारायण पब्लिशर्स ने प्रकाशित की है।
एशिया का पहला और एकमात्र माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय 29 और 30 जनवरी को अपने साहित्य उत्सव में इस पुस्तक पर चर्चा करवा रहा है। डॉ.दीपक ग्राम बीसावाड़ी के स्वर्गीय जसवंत सिंह राय और रामसखी राय के पुत्र हैं।
लेखक दीपक राय ने बताया कि सोशल मीडिया के सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक पक्षों को छूने वाली हिन्दी भाषा में यह देश की पहली पुस्तक है। उन्होंने बताया कि देश की 130 करोड़ में से 60 करोड़ आबादी के पास स्मार्ट फोन हैं। 50 करोड़ से अधिक लोग सोशल मीडिया संचालित कर रहे हैं, लेकिन अधिकांश लोग बिना जाने समझे पोस्ट शेयर कर देते हैं।
ऐसे में कई बार झूठी खबरें लोगों को गुमराह करती हैं। डॉ.दीपक ने बताया कि देश के मीडिया स्कूलों और विश्व विद्यालयों में सोशल मीडिया पर कोई पाठ्यक्रम संचालित नहीं किये जा रहे हैं। इसी समस्या को देखते हुए उन्होंने सोशल मीडिया, राजनीति और समाज पुस्तक लिखने की ठानी।
दो वर्ष के अथक परिश्रम के बाद आयी इस पुस्तक में संचार के पूर्व माध्यमों से लेकर सोशल मीडिया के वर्तमान परिदृश्यों पर चर्चा की गयी है। पुस्तक में सोशल मीडिया के सकारात्मक प्रयोग, राजनीतिक प्रयोग, सोशल मीडिया के दुरुपयोग, निजता के खतरे, बच्चों पर बुरा असर, सोशल मीडिया के नाकाफी कानूनों पर लिखा गया है।
डॉ.दीपक राय ने बताया कि पुस्तक में उन्होंने बताया है कि अब वक्त आ गया है कि स्कूलों में सोशल मीडिया को एक विषय के तौर पर शामिल किया जाना चाहिये। कॉलेज, विश्व विद्यालयों में सोशल मीडिया विभागों की स्थापना की जानी चाहिये। यह पुस्तक अमेजॉन और फ्लिपकॉर्ट जैसे ऑनलाईन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
लोकसेवा आयोग ने कोर्स में किया शामिल : डॉ.दीपक राय ने बताया कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी पीएसएसी) ने अपने मुख्य प्रश्नपत्र में सोशल मीडिया के पाठ्यक्रम को शामिल किया है। ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों को मीडिया और सोशल मीडिया पर हिन्दी में पुस्तक नहीं उपलब्ध हो पाती थी। अब इस पुस्तक के माध्यम से परीक्षार्थियों को आसानी से पठनीय सामग्री उपलब्ध हो सकेगी।
उच्च शिक्षा विभाग ने बनायी कार्ययोजना : मध्य प्रदेश सरकार भी सोशल मीडिया के अनियंत्रित प्रयोग के प्रति चिंतित है। इसलिये उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने ऐलान किया है कि कॉलेजों में सोशल मीडिया प्रयोग करने के तौर – तरीके समझाये जायेंगे।
पाठ्यक्रम में शामिल हो सोशल मीडिया : डॉ.दीपक राय ने कहा कि सोशल मीडिया को स्कूल और कॉलेज के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिये, ताकि बच्चों को उसके प्रयोग के तौर तरीके मालूम हो सकें और वे सच-झूठ को समझ सकें।

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