(ब्यूरो कार्यालय)
लखनादौन (साई)। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व.पं. कन्हैया लाल तिवारी की स्मृति में स्थापित कन्हैया गौशाला एवं पर्यावरण केन्द्र खुर्सीपार का माघ शुक्ल पूर्णिमा सन 2007 से प्रतिवर्ष स्थापना दिवस उत्साह पूर्वक परंपरा अनुसार मनाया जाता है।
इस परम्परा को जीवित रखने में ग्राम वासियों सहित आस पास के ग्रामीण जनों एवं लखनादौन नगर के गौसेवक अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। इस वर्ष 09 फरवरी को इस गौशाला का 14वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। लगभग 14 वर्ष पूर्व माघ शुक्ल पूर्णिमा सन 2007 को ग्राम वासियों के सहयोग से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व.पं. कन्हैया लाल तिवारी की 25वीं पुण्य तिथि पर उनकी स्मृति में इस गौशाला की आधार शिला रखी गयी।
इस अवसर पर ग्राम वासियेां ने 05 गायें इस गौशाला को दान स्वरूप भेंट कीं एवं गौशाला के इस पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता प्रारंभ की। तब से लेकर निरंतर यह गौशाला पूरे क्षेत्र में अपनी नयी पहचान स्थापित करते हुए निरंतर कार्यशील है और आज इस गौशाला में 70 गायें संरक्षण प्राप्त कर रहीं हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस गौशाला में पोषित कोई भी गाय दुधारू नहीं है। ऐसी परिस्थिति में बिना किसी शासकीय सहयोग के संचालित इस गौशाला की अपनी अलग पहचान है।
यह गौशाला अपने हरे भरे परिसर एवं किनारे बहती हुई नदी से सबको अनायास ही अपनी ओर आकर्षित करती है। गौशाला के अंदर एक बडे परिसर में लगे फूलों के पौधे, बांस के वृक्ष, नीलगिरी के प्राचीन पेड़ एवं फलदार वृक्षों का जंगल इस गौशाला की सुंदरता में चार चाँद लगाते हैं।
गौशाला परिसर में गायों के लिये बड़े-बड़े शेड एवं भूसा का गोदाम गौशाला की व्यवस्था के प्रति ग्राम वासियों की जागरूकता का परिचायक है। इस गौशाला परिसर में एक शांति आध्यात्मिक वातावरण का भी अनुभव किया जा सकता है क्योंकि यहाँ पर निरंतर साप्ताहिक गौ गायत्री यज्ञ का आयोजन प्रत्येक रविवार को प्रातः 08 बजे से आयोजित किया जाता है जिसके पश्चात गौ चालीसा, गौ आरती एवं गौग्रास एवं भण्डारा का भी आयोजन किया जाता है।
इसमें शामिल होकर गौसेवक पुण्य लाभ अर्जित करते हैं। गौशाला के व्यवस्थापक पं.अरूण पाण्डे बताते हैं कि इस गौशाला में पोषित गायों के निर्वाह हेतु पूरे क्षेत्र में अन्न घट की स्थापना की गयी है। इसके लिये गौशाला समिति ने प्रत्येक घर में थैलों के माध्यम से गौघट स्थापित कर अनाज एकत्रित करने की व्यवस्था की है जो निरंतर सफलता पूर्वक संचालित है।
गौशाला समिति के अध्यक्ष पं.आनंद तिवारी ने बताया कि यह गौशाला फर्म एण्ड सोसायटी, गौ संवर्धन बोर्ड से पंजीकृत है एवं गौशाला आईएसओ से भी प्रमाणित है। इस गौशाला के उद्देश्य को बताते हुए श्री तिवारी कहते हैं कि इस गौशाला के माध्यम से लोगों में गौपालन के प्रति जागरूकता लाने के लिये पशु मेला, चि़त्रकला प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिता एव पशु चिकित्सा शिविर का विगत वर्षों में आयोजन किया गया। इसके साथ ही साथ समय – समय पर पशु धन संवर्धन की दिशा में विचार गोष्ठियों का भी आयोजन किया जाता है। इस गौशाला का मूल उद्देश्य पशुओं के नस्ल सुधार हेतु गौशाला में गिर, साहीवाल प्रजाति के साण्ड उपलब्ध हैं जिनका ग्राम वासियों एवं क्षेत्र वासियों को लाभ मिलता है एवं वे अपनी गायों को गौशाला में लाकर अपने पशुओं की नस्ल में सुधार कर सकते हैं।

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