2020 की दीपावली तक . . . 06
वाशिंग यार्ड है ही नहीं वर्तमान कार्ययोजना में!
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। लगभग एक सदी के बाद नैरोगज़ रेल की बिदाई के साथ ही ब्रॉडगेज़ का काम आरंभ करवाया गया है। रेलवे के अधिकारियों के द्वारा जिस तरह का प्रस्ताव तैयार किया गया है उसमें अनेकों खामियां भी नज़र आ रही हैं। हालात देखकर यही लग रहा है कि आने वाले कई वर्षों तक सिवनी से न कोई रेल आरंभ होगी और न ही टर्मिनेट हो पायेगी।
रेलवे के तकनीकि प्रभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि जिस स्थान पर रेलवे स्टेशन का भवन बनाया जा रहा है उसके आसपास दोनों ओर पाँच – पाँच सौ मीटर तक न तो व्यवसायिक गतिविधियों के लिये स्थान है, न ही रेलवे के द्वारा रेलगाड़ी की धुलायी के लिये वाशिंग यार्ड बनाया गया है और न ही रेलगाडियों को खड़ा करने के लिये कोई स्थल ही चिन्हित किया गया है।
सूत्रों ने आगे बताया कि जिस भी रेलवे स्टेशन से रेलगाड़ी खुलती (आरंभ होती) है या वहाँ समाप्त (टर्मिनेट) होती है, उन रेलवे स्टेशन्स के पास वाशिंग यार्ड होता है जहाँ रेल गाड़ी की साफ सफाई करवायी जाती है। इसके साथ ही रेलगाड़ी के रेक को खड़ा करने के लिये यार्ड की आवश्यकता होती है।
सूत्रों ने बताया कि सिवनी में अमान परिर्वतन का काम तो जारी है किन्तु रेलवे स्टेशन के आसपास घनी आबादी होने के कारण यहाँ व्यवसायिक गतिविधियों का संचालन बहुत ही दूर जाकर करना पड़ सकता है। इसके अलावा रेलवे स्टेशन आने – जाने वालों के लिये पार्किंग की समस्या भी सामने आ सकती है।
सूत्रों ने बताया कि रेलवे के पास पुराने रेलवे स्टेशन से नागपुर नाके और कटंगी नाके तक के बीच बहुत ही कम चौड़ाई की भूमि उपलब्ध है। इसके अलावा कटंगी नाका स्थित पोल फैक्ट्री को एक्वायर करने के लिये रेलवे के द्वारा बिजली विभाग को भूमि के एवज़ में राशि तो दे दी गयी है पर बिजली विभाग के द्वारा पोल फैक्ट्री की जमीन का आधिपत्य अब तक रेलवे को नहीं सौंपा गया है।
मुख्य द्वार में है पोर्च की ऊँचाई कम : वर्तमान में जिस स्थान पर रेलवे स्टेशन का निर्माण हो रहा है वहाँ मुख्य द्वार के सामने बनाये गये पोर्च की ऊँचाई लगभग नौ से दस फीट वर्तमान में दिखायी दे रही है। इस स्थान पर जब फ्लोरिंग की जायेगी उसके बाद छत और फर्श के बीच का अंतर और भी कम रह जायेगा।
सूत्रों ने बताया कि अभी निर्माण कार्य जारी है इसलिये इस पोर्च की ऊँचाई या तो ऊपर वाले हिस्से से बढ़ायी जा सकती है पर चूँकि यहाँ छत ढाली जा चुकी है इसलिये यह काम दुबारा शायद ही हो पाये, किन्तु अगर फर्श को एक से दो फीट नीचे बना दिया जाता है तो इस पोर्च में आपात स्थिति में एंबुलेंस और दमकल भी खड़ा किया जा सकता है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि माल गोदाम के लिये पोल फैक्ट्री वाली जमीन का उपयोग किया जा सकता है, जबकि माल गोदाम के लिये पोल फैक्ट्री के रकबे से कई गुना जगह की दरकार होगी। सूत्रों ने यह भी कहा कि रेलवे के अधिकारियों के द्वारा स्थानीय निवासियों से उनकी जरूरत को जाने बिना ही निर्माण कार्य आरंभ करवा दिये गये हैं।

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