दो साल पहले हुए वृक्षारोपण की होगी जाँच

 

 

कटनी व जबलपुर का दल करेगा जाँच

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। दो साल पहले 02 जुलाई 2017 को हुए वृक्षारोपण की जाँच के लिये जबलपुर और कटनी जिलों के वन मण्डल अधिकारियों के दल के आने की खबर से ही जिले के उत्तर एवं दक्षिण वन मण्डल के अधिकारियों की नींद में खलल पड़ता दिख रहा है।

मुख्य वन संरक्षक कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि राज्य सरकार के द्वारा दो साल पहले किये गये वृक्षारोपण की जाँच के लिये आदेश जारी किये जाने के बाद वन विभाग के अधिकारी पहले तो इसे रूटीन की प्रक्रिया मान रहे थे, पर जब सरकार गंभीर हुई तो वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की पेशानी पर पसीने की बूंदे छलक आयीं।

सूत्रों का कहना है कि राज्य में 02 जुलाई 2017 को नर्मदा कछार सहित आसपास के जिलों में लगाये गये सात करोड़ पौधों के रोपण में गड़बड़ी और पौधों के जीवित रहने की बात कही जा रही है। इसको लेकर वनमंत्री उमंग सिंघार के निर्देश पर वन मुख्यालय ने मैदानी वृत्त अफसरों को जाँच में लगाया है।

सूत्रों ने बताया कि इन अफसरों को अपना – अपना वन वृत्त बदलकर जाँच करने के निर्देश दिये गये है। जाँच करने के बाद इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जायेगी। वनमंत्री के जाँच के निर्देश दिये जाने के बाद से संबंधित वन मण्डल क्षेत्र के अधिकारियों और कर्मचारियों की नींद उड़ गयी है। उक्त दिवस को लगाये गये पौधे जहाँ उपेक्षित थे, उसकी देखरेख के साथ उसको संवारने के लिये दिन में चार से पाँच बार टीम जा रही है। आने वाले टीम को कोई गड़बड़ी न दिखे इसको लेकर पूरा प्रबंध किया जा रहा है।

सूत्रों ने बताया कि जिले में दक्षिण वन मण्डल में लगाये गये लगभग ढाई लाख पौधों की जाँच करने जबलपुर के वन मण्डल अधिकारी रविन्द्र मणि त्रिपाठी की टीम आयेगी। उत्तर वन मण्डल में हुए लगभग ढाई लाख से अधिक पौधों की जाँच के लिये कटनी डीएफओ की टीम आयेगी।

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