छः माह आगे बढ़ सकते हैं नगरीय निकाय चुनाव!

 

 

परिसीमन में हो रही देरी बन सकती है आधार!

(संजीव प्रताप सिंह)

सिवनी (साई)। लोकसभा चुनावों में मोदी लहर से काँग्रेस बैकफुट पर दिख रही है। आने वाले समय में मोदी लहर इसी तरह जारी रही तो नगरीय निकाय चुनावों में भी काँग्रेस को पराजय का सामना करना पड़ सकता है। इन्हीं संभावनाओं के मद्देनजर नगरीय चुनावों को अगले साल मई तक टालने पर विचार किया जा रहा है।

राज्य सचिवालय वल्लभ भवन के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि नगर निगम, नगर पालिकाओं, नगर परिषदों में परिसीमन का काम अभी पूरा नहीं हो पाया है। नियमानुसार चुनावों से छः माह पूर्व परिसीमन हो जाना चाहिये।

सूत्रों ने आगे बताया कि प्रदेश के 24 नगरीय निकायों की मतदाता सूची अटक गयी है। इसमें 06 नगर निगम, 12 नगर पालिका व 06 नगर परिषद शामिल हैं। अब इन जिलों में नगरीय निकाय चुनाव के लिये परिसीमन के बाद ही मतदाता सूची का प्रकाशन व संशोधन का कार्य किया जायेगा। 24 जून तक इन निकायों में परिसीमन होना था।

सूत्रों ने आगे बताया कि चुनाव से छः महीने पहले परिसीमन होना आवश्यक है, परिसीमन में देरी होने की वजह से नगरीय निकाय चुनाव पाँच से छः माह विलंब से होने की संभावना भी है। इन नगरीय निकायों के लिये अलग से मतदाता पुनरीक्षण का कार्यक्रम जारी किया जायेगा।

सूत्रों के अनुसार भोपाल सहित प्रदेश के अनेक नगरीय निकायों में वर्तमान में कई वार्ड ऐसे हैं, जहाँ की जनसंख्या पड़ौसी वार्ड की तुलना में या तो काफी अधिक है या बहुत कम। नये सिरे से परिसीमन किया जाना है, ताकि एकरूपता आ सके। इसके आधार पर परिसीमन के दौरान वार्डों की सीमाएं घट-बढ़ सकती हैं।

इन नगर निगमों में होना है वार्डों की संख्या में विस्तार परिसीमन : सूत्रों ने बताया कि नगर निगम भोपाल, कटनी, इंदौर, बुरहानपुर, रीवा, देवास। नगर पालिका परिषद बैरसिया, जिला भोपाल, मण्डला, नैनपुर, मलाजखण्ड जिला बालाघाट, खुरई जिला सागर, जिला खरगोन, बड़वाह जिला खरगौन, गंजबासौदा जिला विदिशा, करेली, नरसिंहपुर व गोटेगाँव जिला नरसिंहपुर, जिला अशोक नगर। नगर परिषद निवास जिला मण्डला, पाटन जिला जबलपुर, जावर जिला सीहोर, गढ़ाकोटा जिला सागर, जयसिंह नगर जिला शहडोल, मल्हारगढ़ जिला मंदसौर इस फेहरिस्त में शामिल हैं।