बालाघाट संसदीय क्षेत्र से सिवनी जिले के हिस्से में कब चलेगी रेलगाड़ी!

नैनपुर से भोमा और छिंदवाड़ा से चौरई के बीच रेल परिचालन के मार्ग प्रशस्तए बालाघाट संसदीय क्षेत्र के सिवनी जिले के हाल बेहाल!
(अखिलेश दुबे)


सिवनी (साई)। जबलपुर से नैनपुर होकर बालाघाट, छिंदवाड़ा से चौरई और चौरई से सिवनी तथा नैनपुर से सिवनी तक के रेल खण्ड के अमान परिवर्तन का काम भले ही एक साथ आरंभ हुआ हो पर बालाघाट संसदीय क्षेत्र के सिवनी जिले के अधिकांश हिस्से में पटरियों का नामोनिशान भी नहीं दिख रहा है, वहीं दूसरी ओर इसी साल मार्च के बाद अब दिसंबर माह में रेल चलने के दावे जनप्रतिनिधियों के द्वारा किए जा रहे हैं।


दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि बालाघाट संसदीय क्षेत्र के सिवनी जिले के हिस्से में आप चुपचाप बैठे रहिए, वहीं दूसरी ओर मण्डला संसदीय क्षेत्र के सिवनी जिले के हिस्से के साथ ही साथ छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र में सवारी और माल गाड़ियों के चलने के मार्ग भी प्रशस्त हो गए, जबकि सभी का काम कमोबेश एक ही साथ आरंभ हुआ था।
सूत्रों का कहना था कि छिंदवाड़ा से चौरई, सिवनी, केवलारी, नैनपुर होकर मण्डला तक के रेल खण्ड के अमान परिवर्तन का काम एक साथ ही आरंभ कराया गया था। इस पूरे रेलखण्ड को कई हिस्सों में बांटकर अलग अलग निविदा आमंत्रित की गई थी ताकि पूरा काम एक साथ पूर्ण हो सके।
सूत्रों ने बताया कि ठेकेदारों के द्वारा छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र में छिंदवाड़ा जिले में छिंदवाड़ा से चौरई तक, मण्डला संसदीय क्षेत्र में मण्डला जिले में मण्डला फोर्ट से नैनपुर तक तथा मण्डला संसदीय क्षेत्र के सिवनी जिले के हिस्से में नैनपुर से केवलारी, कान्हीवाड़ा होकर भोमा तक का काम महीनों पहले पूरा कर दिया गया था। अब इस मार्ग में बालाघाट संसदीय क्षेत्र के सिवनी जिले के हिस्से का काम ही बाकी रह गया है। यह काम मंथर गति से क्यों चल रहा है इस बात पर सूत्रों ने आश्चर्य ही व्यक्त किया है।
सूत्रों ने बताया कि 16 नवंबर को एसईसी रेल्वे के बिलासपुर मुख्यालय में पदस्थ प्रधान मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक कार्यालय के द्वारा एक पत्र जारी किया गया है। इस पत्र के अनुसार छिंदवाड़ा से चौरई के बीच सवारी और माल की ढुलाई का काम शीघ्र आरंभ होने की बात कही गई है। इस पत्र में छिंदवाड़ा से चौरई के बीच के रेल्वे स्टेशन्स के कोड भी आवंटित कर दिए गए हैं। छिंदवाड़ा का सीडब्लूए, घाट परासिया का जीपीएसए, उमरिया इसरा का यूआईएच, झिलमिली का जेएलवाई, मरकाहाण्डी उदादौन का एमक्यूक्यू एवं चौरई का सीएचयूए कोड दिया गया है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि छिंदवाड़ा से चौरई के रेलखण्ड में रेल परिचालन के लिए छिंदवाड़ा के सांसद नकुल नाथ के द्वारा लगातार ही रेल मंत्री से न केवल पत्राचार किया जा रहा था, वरन उनके द्वारा रेल विभाग के आला अधिकारियों की परेशानियों को समझा जा रहा था और उसका निदान भी किया जा रहा था। नकुल नाथ के करीबी सूत्रों का कहना है कि नकुल नाथ के द्वारा अधिकारियों की हां में हां मिलाने के बजाए उन्हें चुनने वाले मतदाताओं की बात को वजनदारी से रखा जा रहा था, जिसके चलते आने वाले दिनों में जल्द ही छिंदवाड़ा से चौरई तक रेल गाड़ी चलने के मार्ग प्रशस्त हो गए हैं।
एसईसी रेल्वे के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को यह भी बताया कि मण्डला संसदीय क्षेत्र के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के द्वारा केवलारी विधायक राकेश पाल सिंह के आग्रह पर नैनपुर से भोमा तक रेल के परिचालन के मार्ग प्रशस्त करवा दिए गए हैं। इस मामले में केवलारी विधायक राकेश पाल सिंह के द्वारा रेल मंत्री और मण्डला के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को न केवल पत्र लिखा वरन उनके द्वारा केवलारी विधान सभा क्षेत्र में रेल का परिचालन न हो पाने के चलते उपजी परिस्थितियों के बारे में भी वजनदारी से दोनों को आवगत कराया था।
सूत्रों ने बताया कि बिलासुपर के प्रधान मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक के द्वारा नैनपुर से भोमा के बीच के स्टेशन्स का कोड भी आवंटित कर दिया गया है। नैनपुर का एनआईआर, खैररांजी का केआरआरआई, गंगाटोला का जीएनजीटी, बोथिया का बीओवायए, केवलारी का केएलजेड, खैरी का केएचआर, पलारी का पीयूई, जुरतरा का जेआरटीआर, कान्हीवाड़ा का केडब्लूबी एवं भोमा का बीएचवी है।

इन सभी रेल्वे स्टेशन्स पर रूकेगी सवारी गाड़ी

रेल्वे के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि छिंदवाड़ा से चौरई और नैनपुर से भोमा के बीच उपरोक्त वर्णित सभी रेल्वे स्टेशन्स पर सवारी गाड़ी का ठहराव होगा। इसके लिए प्रधान मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक के द्वारा बाकायदा आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।

बालाघाट संसदीय क्षेत्र के सिवनी जिले के हाल बेहाल!

सूत्रों ने कहा कि बालाघाट के सांसद डॉ. ढाल सिंह बिसेन के द्वारा अगर बालाघाट संसदीय क्षेत्र के सिवनी जिले के हिस्से में लंबे समय से मंथर गति से काम करने की बात रेल मंत्री के सामने वजनदारी से रखी जाती तो अब तक भोमा से सिवनी होकर चौरई तक के रेलखण्ड पर पटरी बिछाए जाने का काम कब का आकार ले चुका होता।

कोविड की मार सिर्फ सिवनी के कुछ हिस्से में!

सूत्रों ने यह भी बताया कि कोविड 19 के चलते काम की गति में अंतर आया है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है, किन्तु जब मण्डला संसदीय क्षेत्र के सिवनी जिले के हिस्से में नैनपुर से भोमा और छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र के छिंदवाड़ा जिले के छिंदवाड़ा से चौरई तक के काम को इसी काल में पूरा किया जा सकता है तो फिर बालाघाट संसदीय क्षेत्र के सिवनी जिले के हिस्से में अमान परिवर्तन के काम में कोविड का बहाना कहां तक तर्क संगत माना जा सकता है! जिसका आलाप सभी करते नजर आ रहे हैं!