स्वास्थ्य विभाग संभल नहीं पा रहा प्रभारी सीएमएचओ से . . . 03
प्रभारी सीएमएचओ डॉ. राजेश श्रीवास्तव का नहीं रहा अपने अधीनस्थों पर नियंत्रण!
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। स्वास्थ्य विभाग में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग में कसावट का अभाव इस कदर महसूस हो रहा है कि एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के द्वारा प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश श्रीवास्तव को एच्छिक सेवानिवृति (वीआरएस) लेने का मशिविरा देना पड़ गया।
प्रभारी सीएमएचओ कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि जब से डॉ. राजेश श्रीवास्तव सिवनी में बतौर प्रभारी सीएमएचओ पदस्थ हुए हैं, उसके बाद से सिवनी के स्वास्थ्य विभाग के मुखिया के कार्यालय में अराजकता हावी होती दिख रही है।
सूत्रों ने बताया कि प्रभारी सीएमएचओ डॉ. श्रीवास्तव की कार्यप्रणाली से उनके अधीनस्थ कर्मचारी भी असंतुष्ट ही नजर आ रहे हैं। सूत्रों ने एक उदहारण देते हुए बताया कि प्रभारी मंत्री के द्वारा एक लिपिक को हटाने के निर्देश दिए जाने के लगभग दो माह बाद तक उस लिपिक से प्रभार भी वे दूसरे लिपिक को नहीं दिला पाए। अंत में तीसरे लिपिक को प्रभार देने के आदेश जारी होने के बाद ही उक्त लिपिक का प्रभार हो पाया।
सूत्रों ने बताया कि मामला चाहे कोविड नियंत्रण का हो अथवा किसी अन्य योजना का, हर मामले में समय सीमा की बैठकों में प्रभारी सीएमएचओ डॉ. राजेश श्रीवास्तव का परफार्मेंस बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है। मुख्यालय भोपाल स्तर पर भी प्रभारी सीएमएचओ की कार्यप्रणाली के कारण पैदा हो रही नाराजगी का आलम यह था कि एक वरिष्ठ प्रशासनिक स्तर के अधिकारी के द्वारा प्रभारी सीएमएचओ को वीआरएस लेने तक का मशविरा देना पड़ा।
सूत्रों ने बताया कि जब से वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के द्वारा प्रभारी सीएमएचओ को वीआरएस लेने का मशविरा दिया गया है उसके बाद से सीएमएचओ कार्यालय का माहौल और भी खराब होता दिख रहा है।
(क्रमशः जारी)

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