राम के साथ सीता हैं हनुमान भी, फिर भी कह रहे कि ये रामायण नहीं

(ब्यूरो कार्यालय)

इलहाबाद (साई)। आदिपुरुष फिल्म बनाने के बाद इसके निर्माताओं की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं।

मंगलवार को दो जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फिल्म के निर्माताओं को कड़ी फटकार लगाई। स्टोरी राइटर मनोज मुंतशिर को पार्टी बनाकर नोटिस भी जारी किया। कोर्ट का कहना था कि अब मनोज मुंतशिर शुक्ला जवाब देंगे कि सहिष्णु माने जाने वाले हिंदुओं की आस्था के साथ उन्होंने खिलवाड़ क्यों किया।

हाईकोर्ट सोशल एक्टिविस्ट कुलदीप तिवारी और बंदना कुमार की तरफ से दायर जनहित याचिका की सुनवाई कर रहा था। जस्टिस राजेश सिंह चौहान और जस्टिस श्री प्रकाश सिंह ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि हिंदू सहिष्णु हैं तो क्या आप उनकी भावनाओं से खेलेंगे। कोई अगर शरीफ है तो क्या उसे दबाते ही रहेंगे।

कोर्ट का कहना था कि अच्छी बात ये है कि ये एक ऐसे धर्म का मामला है जिससे जुड़े लोग बवाल नहीं करते। हमने खबरों में देखा कि कुछ लोगों ने फिल्म को देखने के बाद सिनेमा हाल को बंद करा दिया। उन्होंने कोई ऐसा काम नहीं किया जिससे लॉ एंड आर्डर की समस्या खड़ी हो। लेकिन क्या आप उनके धैर्य की परीक्षा लेंगे। याचिका पर बेंच ने कहा कि ये प्रचार के लिए नहीं हैं। इनमें गंभीर मुद्दे उठाए गए हैं।

जस्टिस राजेश सिंह चौहान और जस्टिस श्री प्रकाश सिंह ने कहा कि फिल्म में ऐसे किरदार हैं जिनकी लोग पूजा करते हैं। लोग घर से निकलने से पहले राम चरित मानस का पाठ करते हैं। फिल्म बनाने वालों ने कुछ भी नहीं देखा। उन्होंने राम, सीता और हनुमान जी का मजाक बनाकर रख दिया। फिल्म में उन्हें ऐसे दिखाया गया है कि जैसे वो कुछ हो ही नहीं। कोर्ट के तेवर इतने तल्ख थे कि जजों ने कहा कि सारा कुछ रामायण से लिया गया है। लेकिन फिर भी निर्माता डिसक्लेमर देकर कह रहे हैं कि ये रामायण नहीं। क्या आप देश में रहने वाले लोगों को बेवकूफ और नासमझ मानते हैं।

हाईकोर्ट ने डिप्टी सॉलीसिटर जनरल ऑफ इंडिया से पूछा कि वो कैसे फिल्म का बचाव करेंगे। डीएसजी ने जब ये कहा कि आपत्तिजनक संवाद फिल्म से हटा दिए गए हैं तो कोर्ट का कहना था कि उन दृश्यों का क्या करेंगे जो फूहड़ता का प्रदर्शन करते हैं। जजों ने उनसे कहा कि आप कंपीटेंट अथॉरिटी से हिदायत लेकर आए। हमें जो करना है करेंगे।

बेंच ने यहां तक कहा कि अगर फिल्म को रोक दिया जाए तो क्या लोगों की जो भावनाएं आहत हुई हैं वो फिर से ठीक हो जाएंगी। अदालत ने स्टोरी राइटर मनोज मुंतशिर को पार्टी बनाते हुए उनको नोटिस जारी करने का आदेश सुनाया।