एक नगर में एक व्यक्ति इसीलिए मशहूर हो गया कि उसका चेहरा मनहूस था। ऐसा उस नगर में रहने वाले लोग कहते थे। यह
प्रेरक प्रसंग
पठान का खाना
लंबे समय तक पठानों को लेकर यह आम राय बनी हुई थी कि यह लड़ाकू लोगों का झुंड है। ये लोग लड़ते वक्त इंसान
हम सभी में मौजूद है एक बेकर
बात उन दिनों की है जब अमेरिका में दास प्रथा अपने पूरे चरम पर थी। वहां बेकर नाम का एक दास रहता था। वह
इस मूर्ति का कलाकार कौन?
सुकरात के समय की बात है, उस समय उनके शहर में एक प्रदर्शनी लगी हुई थी। प्रदर्शनी में ग्रीक देवता अपोलो की भव्य मूर्ति
सच हुआ झूठ
प्रभु ईसा के एक शिष्य ने एक बार उनके खिलाफ झूठी गवाही दी। इससे अन्य शिष्य नाराज हो गए। एक शिष्य ने ईसा से
इसीलिए धोखा देना पड़ सकता है महंगा
बहुत पुरानी बात है। किसी नगर में एक डाकू रहता था। वह लूट-पाट करता और कुछ धन गरीबों में बांट देता और कुछ अपने
इंसान क्रोध में क्यों चीखते-चिल्लाते हैं?
एक सिद्ध बौद्ध भिक्षु अपने शिष्यों के साथ नगर भ्रमण पर निकले। उन्होंने देखा कि वहां एक ही परिवार के कुछ लोग आपस में
स्वामी विवेकानंद ने सुना वेश्या का गीत
स्वामी विवेकानंद को विदेश जाने से पहले एक बार खेतड़ी (राजस्थान) जाना पड़ा क्योंकि वहां के महाराजा की कोई संतान नहीं थी और स्वामीजी
जब सुख नहीं दे सकते, तो दुख क्यों देते हो
एक बार गौतम बुद्ध जंगल में आम के पेड़ के नीचे ध्यान मग्न थे। वहां खेल रहे कुछ बच्चों ने पेड़ से आम तोड़ने
स्वामी ने पिया हुक्का
बात सन 1886 की है। यात्रा के दौरान स्वामी विवेकानंद हाथरस स्टेशन पर उतरे। वहां उनका स्वास्थ्य खराब हो गया। हाथरस के स्टेशन मास्टर