भाजपा को जमकर घेरा काँग्रेस ने

 

 

राजिक अकील ने भाजपा पर लगाये नौटंकी करने के आरोप

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधि मण्डल के द्वारा भाजपा के नगर अध्यक्ष को नजर अंदाज कर नगर की समस्याओं के लिये जिला कलेक्टर से भेंट करने की कवायाद को हास्यास्पद बताते हुए भाजपा के नेताओं को जमकर घेरा गया है।

जिला काँग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजिक अकील द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के नेता जिला कलेक्टर से नगर की समस्याओं को लेकर मुलाकात करने गये थे। उन्होंने कहा कि क्या भाजपा के नेता यह भूल गये कि 15 वर्षों से प्रदेश और नगर पालिका में भाजपा की सरकार थी।

उन्होंने कहा कि जो नेता जिला कलेक्टर से नगर की समस्याओं को लेकर मिले, उनमें से कुछ तो निर्वाचित जन प्रतिनिधि भी रहे हैं। राजिक अकील का कहना था कि क्या इन नेताओं को सत्ता में रहते हुए नगर की समस्याएं दिखायी नहीं दीं! उन्होंने कहा कि इसका हास्यास्पद पहलू यह भी है कि नगर पालिका अध्यक्ष भाजपा की और प्रेसीडेंट इन कौंसिल में भाजपा बहुमत में है।

राजिक अकील ने आगे कहा कि नगर विकास से संबंधित कोई भी कार्य कराने के लिये इतना बहुमत पर्याप्त है, इसके बाद भी नगर विकास को लेकर कलेक्टर से भेंट का औचित्य समझ से परे ही है। उन्होंने कहा कि इससे यही स्पष्ट हो रहा है कि भारतीय जनता पार्टी शासित नगर पालिका के कर्णधारों के द्वारा इन लोगों की बातों को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जा रही है।

काँग्रेस के प्रवक्ता राजिक अकील ने आगे कहा कि भाजपा के अंदर अंर्तकलह का यह आलम है कि भाजपा के नगर अध्यक्ष यह शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें नजर अंदाज किया जा रहा है। सिवनी नगर में विकास अवरूद्ध होने का प्रमुख कारण सत्ता और संगठन की लडाई है। इनकी आपसी लडाई के चलते नगर की महत्वाकांक्षी नवीन जलावर्धन योजना, एम.आर.-1, एम.आर.-2 सड़क, मॉडल रोड, परिसीमन आदि कार्य समय पर पूरा नहीं हो पाये।

उन्होंने कहा कि इन सभी कार्यों को लेकर भाजपा के नेताओ ने जिला कलेक्टर से चर्चा की। नवीन जलावर्धन योजना में जब 36 प्रतिशत अधिक दर पर ठेकेदार को काम दिया गया था, भाजपा शासित नगर पालिका की पीआईसी ने ठेकेदार की समय अवधि बार – बार बढ़ायी।

काँग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि लगभग एक साल पूर्व तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी नवनीत पाण्डेय के द्वारा जलावर्धन योजना की जाँच की गयी और इसकी शिकायत की। जाँच में ठेकेदार को दोषी पाये जाने के बाद भी उस पर किये गये जुर्माने को वसूल नहीं किया गया। अनेक गणमान्य नागरिकों के द्वारा जलावर्धन योजना की गुणवत्ता को लेकर शिकायत किये जाने पर जिला कलेक्टर से मिलने गये नेताओं ने अपना मौन नहीं तोड़ा।

राजिक अकील ने आगे कहा कि तत्कालीन केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री कमल नाथ ने शहर के आंतरिक मार्ग एम.आर.-1, एम.आर.-2 के निर्माण के लिये 18 करोड़ रूपये देने की बात कहने के बाद भी नगर पालिका परिषद के द्वारा इसका विस्तृत प्राक्कलन (डीपीआर) तक बनाकर केंद्र सरकार को नहीं भेजा गया। उन्होंने कहा कि अगर उसी समय जिला कलेक्टर से भेंट करने गये नेता ही अपनी पार्टी के नगर पालिका के प्रतिनिधियों पर दबाव डालकर इसका डीपीआर बनाकर भिजवा दिया जाता तो अब तक मेजर रोड्स बनकर तैयार हो चुकी होतीं।

उन्होंने कहा कि कलेक्टर से मिलने गये नेताओं को अब मॉडल रोड की याद सता रही है, जबकि इसके निर्माण में गुणवत्ता को लेकर लोग शिकायतें कर रहे थे, तब कलेक्टर से मिलने गये नेता क्या कर रहे थे! उन्होंने कहा कि मॉडल रोड आज भी पूरी नहीं हो पायी है पर अब तक ये नेता क्यों मौन साधे रहे! इसी तरह नगर की चिल्ल्हर एवं थोक सब्जी मण्डी को भी नगर विकास के ये हिमायती व्यवस्थित नही करवा सके जिससे प्रति दिन यातायात अवरूद्ध होता है।

उन्होंने कहा कि 15 वर्षों से नगर पालिका सिवनी के वार्डों में असमान मतदाताआंे की संख्या एवं क्षेत्रफल रहा है। यदि ग्रामीण क्षेत्र, इनके द्वारा पूर्व में जोड़ लिये जाते तो आज सिवनी, नगर निगम का दर्जा प्राप्त होने की स्थिति में रहता। भाजपा के जन प्रतिनिधियों द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया, अभी भी यह नहीं चाहते कि सिवनी में परिसीमन हो, वार्डों में मतदाता एवं क्षेत्रफल समान हो, नगर के आसपास ग्रामीण क्षेत्र सिवनी नगर पालिका में जोड़े जायें।

राजिक अकील ने कहा कि यही कारण है कि एक माह से अधिक का समय हो गया है, परिषद की बैठक में परिसीमन का प्रस्ताव पास किये जाने के बाद भी आज तक जिला कलेक्टर को उक्त परिसीमन का प्रस्ताव नहीं भेजा गया है। समय सीमा खत्म होती जा रही है भाजपा के नेता नगर विकास को लेकर दिखावा करना बंद कर दें।

राजिक अकील ने आगे कहा कि जितना समय सिवनी के लोगों ने कलेक्टर से मिलने गये नेताओं के दल को दिया, उस समय में कथित नगर विकास के इन हिमायतियों के द्वारा नगर विकास की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। बड़ी – बड़ी योजनाओं को छोड़ें, छोटे – छोटे कार्य  भी कथित नगर विकास के हिमायतियों से नहीं हुए। कमल नाथ के प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद नगर की जनता सिवनी नगर में बदलाव देख रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों से जो 15 वर्षों में नहीं हुआ, वे काम प्रदेश में काँग्रेस सरकार कम समय में करके दिखायेगी।