पर्यटक देख सकेंगे सदर मंजिल का नवाबी लुक

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

भोपाल (साई)।

नवाबी दौर का ऐतिहासिक महत्व रखने वाले सदर मंजिल के रिनोवेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है। अब लोग नवाबी लुक को देख सकेंगे। सदर मंजिल का अधिकांश काम हो चुका है, सिर्फ अंदर वाले हिस्से में फिनिशिंग, वाटर पू्रफिंग जैसे काम बचे हैं। बारिश में नमी के चलते कुछ काम अटके हुए हैं। अक्टूबर अंत तक सदर मंजिल पर्यटकों के लिए खोलने की तैयारी है।

भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा करीब दो चरणों में 10 करोड़ रुपए की लागत से सदर मंजिल का संरक्षण किया जा रहा है। सदर मंजिल को आकर्षक लुक देने के लिए रंग-बिरंगी लाइट्स और पूरे भवन को वातानुकूलित बनाया जाना है। नवाब शाहजहां बेगम की यादगार सदर मंजिल को इसके पुराने स्वरूप में लाने के लिए नगर निगम मुख्यालय यहां से करीब चार साल पहले माता मंदिर शिफ्ट कर दिया गया था। स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों के अनुसार सदर मंजिल के उपयोग को लेकर मप्र पयर्टन विकास निगम से बातचीत चल रही है। इस इमारत का उपयोग हेरिटेज होटल या फिर कनवेंशन सेंटर के रूप में किया जा सकता है।

प्राचीन पद्धति से हुआ निर्माण

इस प्राचीन इमारत को संवारने का काम पुरातत्व विशेषज्ञों की देखरेख में किया जा रहा है। ताकि इमारत के मूल स्वरूप को कोई नुकसान न पहुंचे। इसके लिए निर्माण कार्य की प्रक्रिया को प्राचीन पद्धति से अंजाम दिया जा रहा है। विशेषज्ञ सदर मंजिल को दुरुस्त करने के लिए सीमेंट-कंक्रीट की जगह गुड़, सुरखी, चूना, मार्बल पाउडर, जूट, मैथी, उड़द दाल आदि का उपयोग कर रहे हैं।

मोती महल के बाहरी हिस्से का जारी है संरक्षण

इधर, सदर मंजिल के सामने स्थित मोती महल के बाहरी हिस्से के तीन गेटों का संरक्षण भी स्मार्ट सिटी कंपनी कर रही है। चूंकि यह इमारत राज्य पुरातत्व विभाग के पास है। लिहाजा, अंदर का काम पुरातत्व ही करेगा। इससे दोनों इमारतें संरक्षित होंगी। बता दें कि 5 सितंबर को राज्य पुरातत्व सहित अन्य विभागों के अफसरों ने ऐतिहासिक धरोहरों का निरीक्षण किया था। इसके बाद मोती महल के जीर्णाेद्धार के लिए डीपीआर बनाने पर सहमति बनी थी।

लौटेगा पुराना स्वरूप

बारिश के चलते सदर मंजिल की फिनिशिंग में देरी हुई है। अक्टूबर अंत तक इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। काम पूरा होने के बाद लोग ऐतिहासिक धरोहर को पुराने स्वरूप में देख सकेंगे। इसके उपयोग के लिए पर्यटन विकास निगम से बातचीत चल रही है।

दीपक सिंह, सीईओ,

भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड