घरेलू दर की बिजली से सरकारी स्कूलों में हो उजाला

 

 

 

 

जिला कलेक्टर्स को दी जिम्मेदारी

(ब्यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। सरकारी स्कूलों के भारी-भरकम बिजली बिलों को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग ने चिंता जाहिर की है। इसी के तहत राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक ने समस्त कलेक्टर्स को निर्देश जारी किए हैं कि घरेलू रेट पर सरकारी स्कूलों को बिजली उपलब्ध कराई जाए।

अभी तक स्कूलों को व्यावसायिक दर पर बिजली उपलब्ध कराई जा रही है जिससे स्कूलों का बिजली बिल बहुत ज्यादा आ रहा है। राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक ने सभी कलेक्टर्स से कहा कि सरकारी स्कूल घरेलू दर से रोशन हों यह जिम्मेदारी उनकी है।

स्कूलों में व्यावसायिक बिजली कनेक्शन जोड़े गए हैं, परंतु घरेलू कनेक्शन के मुकाबले व्यावसायिक बिजली की दर अधिक है और बिल भरने के लिए स्वतंत्र आर्थिक प्रावधान नहीं है। स्कूल परिसर तथा इमारतों की मरम्मत, रंगरोगन, शौचालयों की स्वच्छता के लिए मिलने वाले वार्षिक निधि से बिजली बिल भरने की व्यवस्था की गई है। अगर बिजली बिल पर संपूर्ण निधि खर्च कर दें तो अन्य खर्च कहां से करें, यह समस्या स्कूलों के सामने खड़ी है। बिजली बिल भरने के लिए निधि कम पड़ने से कई स्कूलों की बिजली भी कट गई है।

कलेक्टर्स से कहा गया है कि सरकारी स्कूलों में घरेलू दर पर कनेक्शन के साथ बिजली उपलब्ध कराई जाए, क्योंकि अभी सरकारी स्कूलों का बिल काफी ज्यादा आ रहा है।

आईरीन सिंथिया जेपी,

संचालक, राज्य शिक्षा केन्द्र.