समुद्र से आ रही नमी करा रही बारिश

 

 

नवरात्र में खुले में गरबा कराने वालों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें!

(महेश रावलानी)

सिवनी (साई)। अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के चलते प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। नवरात्र में पानी गिरने की संभावनाओं को देखते हुए इस साल खुले में गरबा कराने वाले आयोजकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

मौसम विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों ओर से नमी भरी हवाएं प्रदेश की ओर आ रही हैं। वहीं, एक द्रोणिका महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार तक बनी हुई है। इनके चलते प्रदेश के अनेक हिस्सों सहित सिवनी में बारिश जारी है।

शुक्रवार को सुबह से ही बारिश का दौर आरंभ हुआ। बारह बजते – बजते बारिश थमने लगी। इसके उपरांत शाम ढलते – ढलते एक बार फिर बारिश का जो दौर आरंभ हुआ तो देर रात तक यह यह जारी रहा।

सूत्रों का कहना है कि हवा में नमी अधिक होने से लोकल सिस्टम सक्रिय है, जिससे बारिश हो रही है। शुक्रवार को भी सिवनी शहर समेत आस पास के क्षेत्रों में रूक-रूक कर तेज बारिश हुई। आने वाले दिनों में पूर्वी मध्य प्रदेश में अनेक स्थानों पर हल्की, मध्य वर्षा के साथ कहीं – कहीं भारी वर्षा की संभावना है। 01 से 03 अक्टूबर के दौरान प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर तो कहीं – कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।

मौसम के पूर्वानुमान के हिसाब से सूत्रों ने बताया कि शनिवार को 06 मिली मीटर, रविवार को 05 मिली मीटर, सोमवार एवं मंगलवार को दो-दो मिली मीटर एवं बुधवार को 07 मिली मीटर बारिश हो सकती है।

क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र : ज्योतिषाचार्यों की मानें तो हस्त नक्षत्र में 11 अक्टूबर तक बारिश होगी। इस दौरान खण्ड वृष्टि के योग बनेंगे। नवरात्र में भी बारिश के योग बन सकते हैं। आर्द्रा से लेकर हस्त तक आठ नक्षत्र बारिश के माने गये हैं। इस समय वर्षा उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में चल रही है, जिसका वाहन चातक है।

ज्योतिषाचार्यों की मानें तो 28 सितंबर को वर्षा प्रवेश हस्त नक्षत्र में होगा, जो बारिश का आखिरी नक्षत्र माना गया है। इसमें वाहन नाग रहेगा, उसी के अनुसार इस नक्षत्र में खण्डवृष्टि की स्थिति बनेगी। इस नक्षत्र में वर्षा का अधिपति शुक्र होने के कारण वर्षा कष्टकारी न होकर मनोहारी रहेगी।