दमादम मस्त कलंदर की गायिका शाजिया ने लिया संन्यास

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

मुंबई (साई)। पाकिस्तान की चर्चित सूफी गायिका शाजिया खश्क ने गायिकी की दुनिया को अलविदा कह दिया है। दमादम मस्त कलंदर, दाने पे दाना जैसे मशहूर गानों को अपनी आवाज देने वाली शाजिया ने कहा कि वह अब शोबिज छोड़ रहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट्स से यह जानकारी मिली।

शाजिया ने कहा कि उन्होंने गायिकी छोड़ने का फैसला किया। वह अब अपनी जिंदगी पूरी तरह से इस्लामी शिक्षा के अनुरूप जीना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि मैं फैसला कर चुकी हूं। मुझे अब अपनी बाकी की जिंदगी इस्लाम की सेवा में बितानी है। उन्होंने अब तक उनका समर्थन करने के लिए प्रशंसकों को धन्यवाद दिया। साथ ही कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनके ताजा फैसले का भी प्रशंसक समर्थन करेंगे। वह अपने फैसले को नहीं बदलेंगी और शोबिज में वापस कदम नहीं रखेंगी।

कई भाषाओं में गीत गाए हैं-

मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि सिंध से ताल्लुक रखने वाली शाजिया ने सिंधी, उर्दू, पंजाबी, बलोची, सराइकी और कश्मीरी भाषा में गीत गाए। वह दुनिया के 45 देशों में अपने शो कर चुकी हैं। उनकी पहचान एक सूफी गायिका के साथ-साथ एक सिंधी लोक कलाकार के रूप में भी रही है। बता दें कि इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री जायरा वसीम ने भी धर्म की खातिर फिल्म दुनिया छोड़ दी थी। जायरा वसीम ने फेसबुक पोस्ट लिखकर बॉलीवुड छोड़ने का ऐलान किया था।