कन्नौज में सरकारी घर में पीटे गए तहसीलदार

बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक पर आरोप

(ब्‍यूरो कार्यालय)

कानपुर (साई)। कन्नौज जिले में लॉकडाउन के दौरान कथित तौर पर ठीक से राशन वितरण न करने के मामले में मंगलवार को सांसद सुब्रत पाठक और तहसीलदार आमने-सामने आ गए। तहसीलदार का आरोप है कि सरकारी आवास में समर्थकों के साथ आए सांसद ने उन्हें पीटा। इसमें तहसीलदार को चोटें आईं। वहीं सांसद सुब्रत पाठक का दावा है कि वह किसी के घर नहीं गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि तहसीलदार शराब पीते हैं और फोन पर उनसे गाली-गलौज भी किया। साथ ही दो समर्थकों को डंडे से भी पीटा।

जानकारी के मुताबिक, कन्नौज में लॉकडाउन के दौरान सांसद सुब्रत पाठक के दफ्तर से गरीबों के लिए खाने के पैकेट बांटे जा रहे थे। इसके अलावा शिकायतें भी दर्ज की जा रही थीं। दफ्तर में कई लोगों ने राशन न मिलने की शिकायतें भी दर्ज कराई थीं। इसकी सूची कन्नौज सदर तहसील के तहसीलदार अरविंद कुमार को सौंपी गई थी। आरोप है कि कोई सुनवाई न होने पर सांसद भड़क गए और मंगलवार दोपहर फोन पर तहसीलदार से बात की। इस दौरान दोनों पक्षों में गर्मागर्म बहस हुई।

तहसीलदार ने लगाया ये आरोप

तहसीलदार का आरोप है कि इसके बाद सांसद अपने कई समर्थकों के साथ कथित तौर पर उनके (तहसीलदार) सरकारी आवास पर पहुंचे। वहां दोनों पक्षों में गाली गलौज के बाद मारपीट हुई। इसमें तहसीलदार को कुछ चोटें भी आईं। इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। कुछ घंटे बाद तहसीलदार का मेडिकल परीक्षण कराया गया। खबर लिखे जाने तक तहसीलदार ने पुलिस को कोई लिखित शिकायत नहीं दी थी।

मुख्यमंत्री से लिखित शिकायत करेंगे सांसद

वहीं सांसद सुब्रत पाठक के अनुसार, मैं दो दिन पहले ही दिल्ली से लौटा हूं। लोगों तक राशन नहीं पहुंच रहा है। तहसीलदार फोन पर गाली गलौज करने लगे। मैंने मुख्यमंत्री से लिखित शिकायत करने की बात कही थी। आरोप लगाया कि तहसीलदार शराब पीते हैं। उनके समर्थक रंजीत कश्यप और सचिन शर्मा जब सूची लेकर पहुंचे तो दोनों को डंडे से पीटा। जिससे उन्हें काफी चोटें आई हैं।