हत्या के बाद लाश के टुकड़े कर जंगल में फेंका, आरोपियों ने उगला राज
(ब्यूरो कार्यालय)
नागपुर (साई)। कामठी के बदमाश रंजीत सफेलकर और उसके गिरोह ने मनीष श्रीवास की हत्या करने के बाद उसकी लाश के टुकड़ों को कुरई घाट के जंगल में फेंका था। यह सनसनीखेज खुलासा मनीष श्रीवास हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी भरत हाटे, कालू उर्फ शरद हाटे और हेमंत गोरखा ने किया है।
सफेलकर के मकान में किए थे टुकड़े
आरोपियों को अपराध शाखा पुलिस का एक दल कुरई घाट के जंगल में उस जगह ले गया था जहां लाश के टुकड़ों से भरी बोरी फेंकी थी। तीनों आरोपियों ने इस बात का भी खुलासा किया है कि, मनीष की हत्या करने के बाद उसकी लाश कार से रंजीत सफेलकर के मकान में ले गए थे। वहां लाश के कई टुकड़े किए और प्लास्टिक की बोरी में भरकर भरत हाटे के साथ कुरई घाट के जंगल में फेंक आए थे।
लाश के टुकड़े ले जाते समय बंद पड़ गई थी कार
पुलिस सूत्रों के अनुसार जिस सेंट्रो कार में मनीष की लाश के टुकड़े ले गए थे, वह कार भी पुलिस ने जब्त कर ली है। यह कार लाश के टुकड़े ले जाते समय बंद पड़ गई थी। कार कौन लेकर गया था और कहां दुरुस्त कराया गया, इस बारे में भी पुलिस को जानकारी मिल चुकी है। हत्या करने के लिए उपयोग में लाई गईं दो तलवारें भी पुलिस ने जब्त की हैं।
वाहनों की कीमत 57 लाख
इन वाहनों की कीमत करीब 57 लाख है। अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त गजानन राजमाने के मार्गदर्शन में पुलिस की टीमें काम में जुटी हैं।
दलाल को बेचने के लिए दिए थे वाहन
मनीष श्रीवास की हत्याकांड उजागर होने के बाद से मुख्य सूत्रधार रंजीत सफेलकर फरार है। पुलिस उसकी महंगी कारों को जब्त कर लेगी, इस डर से रंजीत ने अपनी कारें और एक दोपहिया वाहन भंडारा के खात इलाके में एक दलाल को बेचने के लिए दी थीं। इसकी पुलिस को भनक लगने पर उसकी 4 लाख की सेंट्रो, 12 लाख की स्कार्पियो, 35 लाख की फॉरच्यूनर, 6 लाख की हुंडई जेंट कार और 50 हजार का दोपहिया वाहन (एक्टिवा) सहित 5 वाहनों को जब्त किया है।
आरोपी हाटे पर 4 से अधिक हत्या के मामले
हमेशा सफेद लिबास में किसी नेता की तरह रहने वाला भरत हाटे सबसे शातिर अपराधी है। इसके पहले वह गोल्हर नामक व्यक्ति की हत्या में शामिल था। गोल्हर की हत्या करने का मकसद भरत हाटे काे कामठी क्षेत्र में अपना दबदबा कायम करना था। भरत हाटे पर 4 से अधिक हत्या के मामले दर्ज हैं। चर्चा यह भी है िक, रंजीत सफेलकर के इशारे पर गोल्हर की हत्या की गई थी।
पत्नी ने दर्ज कराई थी मनीष के गायब होने की शिकायत
पुलिस सूत्रों के अनुसार मनीष श्रीवास की हत्या पवनगांव (धारगंाव) में किसी धावड़े नामक व्यक्ति के खेत में की गई थी। इस मामले में मोतीबाग निवासी मनीष की पत्नी सावित्री श्रीवास ने 1 मार्च 2016 को पांचपावली थाने में शिकायत दी थी कि, उसका पति मनीष श्रीवास गायब हो गया है। उस समय पुलिस ने धारा 365, 34 का मामला दर्ज किया था। जब यह खुलासा हुआ कि, मनीष की 4 मार्च को हत्या की गई और इस हत्या के पीछे रंजीत सफेलकर, शरद उर्फ कालू हाटे, भरत हाटे, छोटू बागड़े, इशाक मस्के , हेमंत गोरखा व अन्य आरोपियों का हाथ है, तब पुलिस ने धारा 302, 120 (ब) के तहत मामला दर्ज किया। इस हत्याकांड में सबसे पहले शरद हाटे और भरत हाटे को गिरफ्तार किया गया। पश्चात हेमंत गोरखा को गिरफ्तार किया गया। 26 मार्च को अपराध शाखा पुलिस ने हाटे बंधुओं के साथ हेमंत को गिरफ्तार किया।