नमस्कार, आप सुन रहे हैं समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया की साई न्यूज की समाचार श्रृंखला में रविवार 04 अप्रैल 2021 का प्रादेशिक आडियो बुलेटिन, अब आप रीना सिंह से समाचार सुनिए.
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मध्य प्रदेश के कई जिलों में कोरोना वेक्सीन के डोज खत्म होने की खबरों के बीच पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर तंज कसा है। सीएम शिवराज सिंह पर निशाना साधते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि एक तरफ़ हर व्यक्ति से वैक्सीन लगवाने की अपील और दूसरी तरफ़ मध्यप्रदेश के कई जिलो में वैक्सीन ही नहीं , लोग वापस लौट रहे ?
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक पदाधिकारी ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि सिवनी जिले में भी कोरोना वेक्सीन समाप्त होने की जानकारी सोशल मीडिया से मिली पर सिवनी की जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा इसकी जानकारी आधिकारिक तौर पर पीसीसी या पीसीसी चीफ को नहीं दी है। होना यह चाहिए था कि जिला कांग्रेस कमेटी सिवनी को अपने ट्विटर व फेसबुक हेण्डल पर इस जानकारी को साझा किया जाना चाहिए था।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने आगे कहा कि प्रदेश में अस्पतालों में कही ऑक्सिजन की आपूर्ति नहीं होने से मौत, कही ऑक्सिजन नहीं होने से मौत, कही कोरोना इलाज के लिये आवश्यक इंजेक्शनो की कमी , कही टेस्टिंग किट की कमी, कई जिलो में इलाज के लिये बेड ही नहीं, निजी अस्पतालों की लूट- खसोट जारी, इलाज की दर तय नहीं? पता नहीं सरकार व उसके मुखिया कोरोना नियंत्रण की रोज़ क्या समीक्षा कर रहे है?
दरअसल प्रदेश के शहडोलऔर अनूपपुर जिले के सभी सेंटरों पर कोरोना टीकाकरण का काम रुका गया था। दोनों जिलों में शनिवार दोपहर से ही लोगों के लोटाना शुरु कर दिया था वजह थी जिले में कोरोना वैक्सीन के डोज खत्म होना।
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रविवार की दोपहर उज्जैन शहर के फ्रीगंज स्थित पाटीदार हॉस्पिटल में अचानक आग लग गई। अस्पताल के फर्स्ट और सेकंड फ्लोर पर स्थित नवजात शिशु वार्ड और आईसीयू में यह आग लगी थी। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप ले लिया और अस्पताल की बिल्डिंग से धुआं और आग की लपटें निकलने लगी। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की आधा दर्जन से अधिक दमकल मौके पर पहुंची और आग बुझाने के प्रयास शुरू किए।
शुरुआती जानकारी के अनुसार अस्पताल के मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। इधर, आग लगने के कारण अफरा-तफरी का माहौल हो गया था और मरीज व परिजन घबरा गए थे। फिलहाल दमकल गाड़ियां और आला अधिकारी मौके पर ही मौजूद है और अधिकांश आग पर काबू पा लिया गया है।बताया जा रहा है कि आग अस्पताल में नवजात शिशु केंद्र और आईसीयू में लगी थी।
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नए साल में मार्च माह से शुरू हुआ कोरोना महामारी का खतरा अप्रैल में और बढ़ता नजर आ रहा है। आलम यह है कि हर घंटे 9 से ज्यादा कोरोना संक्रमित नए मरीज सामने आ रहे हैं। इधर, सांसद राकेश सिंह भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। उन्होंने दो दिन पहले कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी। कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद सांसद सिंह ने लोगों को सतर्क रहने तथा कुछ दिन के भीतर संपर्क में रहे लोगों को जांच कराने की सलाह दी है।
वहीं कोरोना की आशंका के चलते रविवार को विधायक सुशील तिवारी इंदू और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के सैम्पल लिए गए। कुछ जजों की भी सेम्पलिंग कराई गई। एक मार्च से तीन अप्रैल के बीच कोरोना से संक्रमित तीन हजार से ज्यादा नए मरीज मिल चुके हैं तथा 20 मरीजों की मौत हुई। इधर, शनिवार को 24 घंटे के भीतर कोरोना वायरस से संक्रमित 224 नए मरीज मिले तथा अस्पताल में उपचाररत एक मरीज को जान गंवानी पड़ी। इस तरह जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 19 हजार 789 हो गई है जिसमें 272 मरीजों को नहीं बचाया जा सका।
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मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के निर्देश पर परिवहन आयुक्त से निजी बस ऑपरेटर्स की मनमानी की शिकायत कर दी गई है। अब कारवाई का इंतज़ार है। उल्लेखनीय है कि हाई कोर्ट ने एक जनहित याचिका का इस निर्देश के साथ पटाक्षेप कर दिया था कि राज्य के निजी बस ऑपरेटर्स द्वारा यात्रियों से मनमाना किराया वसूले जाने की शिकायत परिवहन आयुक्त से करें। वे 90 दिन के भीतर शिकायत पर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। यदि एक रुपये प्रति किलोमीटर निर्धारित किराए से अधिक वसूले जाने के प्रमाण मिलेंगे तो संबंधित बस ऑपरेटर्स के खिलाफ वसूली सहित अन्य कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद रफीक व जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की युगलपीठ के समक्ष मामला सुनवाई के लिए लगा था। इस दौरान जनहित याचिकाकर्ता जबलपुर निवासी सेवानिवृत्त अभियंता सीताराम यादव की ओर से अधिवक्ता दिनेश उपाध्याय ने पक्ष रखा। उन्होंने दलील दी कि राज्य शासन ने एक रुपये प्रति किलोमीटर बस किराया निर्धारित कर दिया है। इस आशय का नियम राजपत्र में प्रकाशित भी हो गया है। इसके बावजूद देखने में आ रहा है कि कई निजी बस ऑपरेटर्स मनमानी पर उतारू हैं। वे एक रुपये प्रति किलोमीटर से कहीं अधिक किराया वसूलने में जुटे हैं। इससे यात्रियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। जबलपुर से मंडला, सिवनी या कटनी की जितनी दूरी है, उसके हिसाब से जितनी किराया लेना चाहिए, उससे कहीं अधिक किराया लिया जा रहा है। इस बात के प्रमाण भी मौजूद हैं। लिहाजा, ठोस कार्रवाई होनी चाहिए। हाई कोर्ट ने पूरे मामले पर गौर करने के बाद साफ किया कि मामला राज्य स्तरीय है, अतः परिवहन आयुक्त से शिकायत की जाए। वे 90 दिन के भीतर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। बहरहाल, अब कारवाई पर नज़र है।
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मध्य प्रदेश की राजधानी में 27 मार्च से 1 अप्रैल में 102 शवों का अंतिम संस्कार कोरोना गाइडलाइन से किया गया है। इसमें से भोपाल के ही 55 संक्रमितों के शव हैं। अकेले भदभदा विश्राम घाट पर 84 शव लाए गए थे, जिसमें भोपाल के 41 शव थे। यहां रोजाना 14 से 15 शव लाए जा रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की हेल्थ बुलेटिन के अनुसार इन 6 दिनों में भोपाल में सिर्फ 6 मौतें हुई हैं।
भोपाल में भदभदा, सुभाष नगर और झदा कब्रिस्तान में ही कोरोना संक्रमितों और संदिग्धों का अंतिम संस्कार किया जाता है। तीनों जगहों पर आसपास के जिलों के भी कोरोना संक्रमितों एवं संदिग्धों के शव लाए जाते हैं। 27 मार्च से 1 अप्रैल तक झदा कब्रिस्तान में 9 शव दफनाए गए हैं। इसमें 5 शव भोपाल के थे। सुभाष नगर विश्राम घाट पर 27 मार्च से 1 अप्रैल तक 9 शव का अंतिम संस्कार किया गया है। ये सभी भी भोपाल के थे।
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भोपाल के काजी कैंप में नाइट कर्फ्यू के दौरान पुलिसकर्मियों पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। एक चाय वाले और उसके बेटे ने पुलिसवालों पर खौलती चाय फेंक दी। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर धक्का-मुक्की भी की। दूसरी तरफ महिलाओं ने छत से पुलिसवालों पर पत्थर फेंके। इस हमले में एएसआई समेत 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस ने 16 आरोपियों पर मामला दर्ज कर किया है। मुख्य आरोपी जाहिर समेत 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना शनिवार रात 11 बजे की है। दूसरी तरफ आरोपी के परिजनों ने भी पुलिस पर घर में घुसकर महिलाओं से मारपीट करने का आरोप लगाया है।
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प्रदेश में कोरोना बेकाबू हो गया है। संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। 3 अप्रैल को 3178 संक्रमित मिले। संक्रमण दर 11 फीसदी पर पहुंच गई है। 31 जिलों में कोरोना के 20 से ज्यादा केस मिले हैं। इसके बाद छत्तीसगढ़ से लगी राज्य की सीमाएं सील कर दी गई हैं। महाराष्ट्र से लगी सीमा पहले ही सील की जा चुकी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बढ़ते कोरोना केस पर कहा कि जहां जरूरत पड़ी, वहां लॉकडाउन लगाया जाएगा। जबलपुर से भाजपा सांसद राकेश सिंह की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
इंदौर में सबसे ज्यादा 737 संक्रमित मिले। भोपाल में 536, जबलपुर में 224 और ग्वालियर में 120 संक्रमित सामने आए हैं। प्रदेश में एक्टिव केस का आंकड़ा भी 20 हजार 369 तक पहुंच गया है। सरकार का अनुमान है कि अप्रैल के आखिर तक कोरोना अपने पीक पर पहुंच सकता है। इसे देखते हुए सरकार ने फिर से कोविड केयर सेंटर बनाने का फैसला किया है।
इंदौर में 3 अप्रैल को दो लोगों की संक्रमण से मौत हुई है। इंदौर में महीनेभर में अब तक सबसे तेज गति से एक्टिव केस 4.75 गुना बढ़ गए हैं। यहां पर 5209 एक्टिव केस हैं। शिवराज सिंह चौहान ने यहां दस हजार और बेड की व्यवस्था करने को कहा है। कलेक्टर मनीष सिंह ने 15 अप्रैल के बाद सरकारी दफ्तरों में 45 साल से ऊपर आयु वालों को वैक्सीन अनिवार्य कर दिया है। एंट्री तभी मिलेगी जब कोविड-19 वैक्सीन का सर्टिफिकेट पास होगा।
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ग्वालियर में क्रिकेट मैच में कैच पकड़ने पर बल्लेबाज ने फील्डर पर बैट से हमला कर दिया। बल्लेबाज 49 रन बना चुका था। 50 पर पहुंचने से पहले ही वह कैच आउट हो गया। इससे वह खफा हो गया। उसने फील्डर के सिर में बैट से कई वार किए। सिर में बैट लगने से फील्डर बेहोश होकर गिर पड़ा। घटना के 24 घंटे बाद भी फील्डर को होश नहीं आया है। वह जिंदगी और मौत के बीच अस्पताल में झूल रहा है।
घटना शनिवार दोपहर 12 बजे मेला ग्राउंड की है। घटना के बाद परिजन सीधे उसे अस्पताल लेकर भागे। रविवार को एफआईआर के बाद मामला सामने आया है। पुलिस ने घायल के भाई की शिकायत पर हमलावर के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है।
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इंदौर में लव-जिहाद का मामला सामने आया है। यहां एक जिम ट्रेनर ने अपना नाम गब्बर नाम बताकर युवती से शादी कर ली। जब युवती गर्भवती और सोनोग्राफी के लिए गई तो डॉक्टर ने पति का आईडी प्रूफ मांगा। आईडी प्रूफ में उसका मुस्तफा दर्ज है। गब्बर की पोल खुलने के बाद अस्पताल में काफी देर तक हंगामा हुआ। मौके पर हिंदू संगठन के लोग भी पहुंच गए। द्वारिकापुरी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
द्वारका थाना प्रभारी सतीश द्विवेदी ने बताया, 28 साल की युवती से रूबी नामक महिला की मुलाकात ब्यूटी पार्लर में हुई थी। दोनों के बीच बातचीत बाद रूबी ने युवती को जन्मदिन पार्टी में बुलाया। इस दौरान उसने एक जिम ट्रेनर से मुलाकात कराई और उसका नाम गब्बर बताया गया।
बाद में गब्बर और युवती के बीच मुलाकात होती रही। कुछ महीनों बाद दोनों ने शादी कर ली। इस बीच गर्भवती होने पर युवती डॉक्टर के पास पहुंची तो पति की असलियत सामने आ गई। आईडी प्रूफ देखा तो वह चौंक गई। उसमें पति का नाम मुस्तफा लिखा था। बाद में युवती को पता लगा कि रूबी नाम की जिस महिला ने उसे मिलवाया था, उसका नाम भी फातिमा है।
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आप सुन रहे थे रीना सिंह से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया की साई न्यूज में रविवार 04 अप्रैल 2021 का प्रादेशिक आडियो बुलेटिन। सोमवार 05 अप्रैल 2021 को एक बार फिर हम आडियो बुलेटिन लेकर हाजिर होंगे, अगर आपको यह आडियो बुलेटिन पसंद आ रहे हों तो आप इन्हें लाईक, शेयर और सब्सक्राईब जरूर करें, सब्सक्राईब कैसे करना है यह हर वीडियो के आखिरी में हम आपको बताते ही हैं। फिलहाल इजाजत लेते हैं, नमस्कार।
(साई फीचर्स)
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