नितिन गड़करी हैं राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में संघ की पहली पसंद!

भाजपा का एक धड़ा चाह रहा जे.पी. नड्डा को एक साल का सेवा विस्तार देना . . .
(लिमटी खरे)


मिशन 2024 एवं 2023 के अंत तक जहां जहां भी विधान सभा चुनाव होने वाले हैं, उन राज्यों में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने एवं भाजपा का परचम अधिक से अधिक राज्यों में लहराने के लिए भाजपा के रणनीतिकार एक बार फिर सक्रिय होते दिख रहे हैं। आने वाले दिनों में भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष भी चुना जा सकता है।
भाजपा के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल अगले साल जनवरी में समाप्त हो रहा है। हो सकता है कि जेपी नड्डा का कार्यकाल एक साल के लिए उसी तरह बढ़ा दिया जाए जिस तरह पूर्व अध्यक्ष अमित शाह का कार्यकाल 2018 में एक साल के लिए बढ़ा दिया गया था। ऐसा इसलिए क्योंकि 2023 में कम से कम चार राज्यों में विधान सभा चुनाव हैं और 2024 में आम चुनाव भी होने हैं।


भाजपा के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि भाजपा के संगठनात्मक ढांचे को अगर देखा जाए तो प्रदेश संगठनों के चुनावों के उपरांत राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जाता है। नियमों की अगर बात की जाए तो 50 फीसदी से ज्यादा राज्यों में अगर संगठनात्मक चुनाव करवा लिए जाते हैं तो उसके उपरांत राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करवाया जा सकता है।
सूत्रों ने आगे बताया कि भाजपा के संविधान की धारा 19 में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव कराने की व्यवस्था का विस्तार से उल्लेख किया गया है। इसके तहत राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव एक निर्वाचक मण्डल के द्वारा कराया जाता है, जिसमें राष्ट्रीय परिषद और प्रदेश परिषद के सदस्यों का समावेश होता है। इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष वही बन सकता है जो कम से कम चार बार तक पार्टी का सक्रिय सदस्य रहा हो और कम से कम 15 साल से पार्टी का सदस्य हो। अध्यक्ष के नाम का प्रस्ताव निर्वाचक मण्डल के 20 सदस्य करते हैं, जिसमें कम से कम पांच राज्यों से वे सदस्य आने चाहिए!
उल्लेखनीय होगा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल 03 साल का होता है। जनवरी 2020 में जेपी नड्डा ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान संभाली थी, अब लगभग चार माह के उपरांत जनवरी 2023 में उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है। बहरहाल, हाल ही में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में संपन्न हुए संघ के एक सम्मेलन में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पहुंचे थे। इस सम्मेलन में संघ और भाजपा के बीच सामंजस्य के अभाव वाली बात की चर्चा जोर शोर से होती रही।


भाजपा के एक बड़े पदाधिकारी ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों का मानना है कि पिछले कुछ सालों में भाजपा का विस्तार तो हुआ है पर संघ का आपेक्षित विस्तार नहीं हो पाया है। इसके अलावा अनेक नीतिगत मामलों में भी भाजपा के द्वारा संघ के आला नेताओं को विश्वास में नहीं लिया जा रहा है। मामला चाहे भाजपा प्रभारियों को बदलने का हो या कर्नाटक में मुख्यमंत्री को बदलने का, हर मामले में संघ से विमर्श शायद नहीं किया गया है।
उक्त पदाधिकारी का कहना था कि भाजपा के अनेक आला नेता यह चाह रहे हैं कि वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को एक साल का सेवा विस्तार दिया जाए, वहीं संघ की पहली पसंद आज भी केंद्रीय भूतल परिवहन नितिन गड़करी ही बने हुए हैं। शायद इसका कारण नितिन गड़करी का नागपुर में आवास होना और संघ का मुख्यालय भी नागपुर में होना माना जा सकता है। आने वाले कुछ दिनों में स्थिति काफी हद तक स्पष्ट होने की बात उक्त नेता के द्वारा कही गई है।
(साई फीचर्स)