अर्जुन सिंह आज भी सियासत में दिख रहे प्रासंगिक!

अर्जुन सिंह की विरासत पर दिखने लगी भाजपा की नजरें, विन्ध्य पर फतह के लिए होने लगी तैयारियां!
(लिमटी खरे)


इस साल के अंत में देश के हृदय प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनावों कांग्रेस की तैयारियां क्या हैं, यह बात तो अभी तक साफ नहीं हो पाई है किन्तु भाजपा के द्वारा 2023 एवं आम चुनाव 2024 को लेकर तैयारियां बहुत तेजी से आरंभ कर दी हैं। कांग्रेस के क्षत्रप रहे एवं कांग्रेस में चाणक्य की भूमिका अदा करने का तगमा धारित करने वाले विन्ध्य क्षेत्र के अर्जुन सिंह पर कांग्रेस से ज्यादा भाजपा का स्नेह उमड़ता दिख रहा है।
अर्जुन सिंह देश के हृदय प्रदेश में अभी भी प्रासंगिक ही नजर आ रहे हैं। यह बात इसलिए कही जा सकती है कि हाल ही में दो वाक्ये इस बात की ओर इशारा करते नजर आ रहे हैं। पहला तो अर्जुन सिंह की कर्मभूमि विन्घ्य के मुख्यालय रीवा में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के द्वारा हवाई अड्डे की आधार शिला रखा जाना माना जा सकता है।
कुंवर अर्जुन सिंह जब सियासत में थे और पूरे शवाब पर थे, उस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता स्व. माधवराव सिंधिया का इकबाल भी जमकर बुलंद हुआ करता था। सियासी बियावाान में यह बात बहुत तेजी से चला करती थी कि कुंवर अर्जुन सिंह और माधवराव सिंधिया एक दूसरे के प्रतिद्वंदी हुआ करते थे। इस सबसे उलट माधवराव सिंधिया के पुत्र एवं केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के द्वारा विन्घ्य क्षेत्र के मुख्यालय रीवा में हवाई अड्डे की आधार शिला रखकर सभी को चौंका दिया है।
मध्य प्रदेश के सियासी बियावान में चल रही बयार को देखकर यही लगने लगा है कि कांग्रेस के क्षत्रप रहे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और अनेक विभागों के केंद्रीय मंत्री रहे अर्जुन सिंह अब भाजपा के लिए बहुत जरूरी बन चुके हैं। भाजपा अब विन्घ्य प्रदेश में अपना जनाधार मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास में जुटी नजर आ रही है, वहीं कांग्रेस खेमों में ही बटी दिख रही है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कुंवर अर्जुन सिंह की प्रतिमा का अनवरण किसी और ने नहीं, वरन प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। इस तरह यह संदेश बहुत तेजी से फैल रहा है कि चाहे महात्मा गांधी हों, माधवराव सिंधिया हों अथवा अर्जुन सिंह अब ये सभी कांग्रेस की मिल्कियत नहीं रह गए हैं। भाजपा के इस कदम से कांग्रेस के अनेक नेताओं का हृदय परिवर्तन अगर हो जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए ….!
(साई फीचर्स)