बारिश में रखें स्वास्थ्य का खास ख्याल

आमतौर पर हम सभी को मानसून का मौसम बहुत ही पसंद होता है, क्योंकि यह रोमांटिक और एडवेंचरस भरा होता है। बादलों से भरा आसमान, मूसलाधार बारिश और चारों तरफ हरियाली से भरा यह मौसम बहुत ही आनंद देने वाला और गर्मी से राहत देने वाला होता है।

बारिश के दिनों में लोगो को तेल में तले हुए भजिये खाना बहुत अच्छा लगता है। इस मौसम में लोग चाय, कॉफी, सूप पीना भी बहुत पसन्द करते हैं और कुछ लोग स्ट्रीट-फूड के भी शौकीन होते हैं।

मगर इस बरसात के मौसम में स्वास्थ्य की देखभाल करना महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह मानसून अपने साथ कुछ नकारात्मकता भी लाता है। कई लोग इस दौरान बीमार हो जाते हैं, क्योंकि नमी के दिनों में कीड़े, संक्रमण आदि का ज्यादा डर होता है और इस वजह से डेंगू, मलेरिया, वायरल बुखार, जुकाम, फ्लू, निमोनिया, आदि जैसी बीमारिया होने की सम्भावना बढ़ जाती है।

अगर आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है, तो बारिश में भीगने से आपको जुकाम बढ़ सकता है। स्कूल, कॉलेज जाने वाले छात्रों और कामकाजी लोगों को इस मौसम में घर से बाहर निकलना ही पढ़ता है, मगर कुछ सावधानियाँ बरत कर आप इन बिमारियों से बच सकते हैं।

बारिश के मौसम में अपने स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए हम आपको कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बता रहे हैं :-

इन्हें रखें साथ

अचानक होने वाली मूसलाधार बारिश से बचने के लिए अपने साथ एक छाता अवश्य रखे, क्योंकि ऐसे मौसम में बारिश का कोई भरोसा नहीं होता है। अगर आप घर से कही बाहर हैं और पैदल, बाइक या स्कूटर से यात्रा कर रहे हैं, तो अपने साथ रेन-कोट रखना न भूले।

स्ट्रीट-फूड से बचें

मानसून के मौसम में लोग तला हुआ खाना और स्ट्रीट-फूड खाना बहुत पसंद करते हैं। पर इस दौरान कई बार बारिश का कुछ पानी तेल में मिल जाता है। इसलिए ऐसे समय में मिनरल पानी ही पीना चाहिए और स्ट्रीट फूड, तले हुए पदार्थ, जूस और पेय पदार्थों से परहेज रखना चाहिए, क्योंकि बारिश के पानी में कई अशुध्द लवण होते हैं, जो इन पदार्थों में मिलकर उन्हें दूषित कर देते हैं। और इस वजह से हमे कई बिमारियों का सामना करना पड़ता है।

बचें मच्छरों से

बरसात के दिनों में मच्छरों की आबादी में बहुत ज्यादा वृद्धि हो जाती है, क्योंकि ऐसे समय में पानी बहुत ज्यादा हो जाता है जो की मच्छरों के एक अच्छी प्रजजन भूमि का काम करता है। अपने घर में कूलर के पानी को अच्छे से जाँच ले और रोजाना उस पानी को बदलें। घर के अन्य क्षेत्र जैसे कि फूल के बर्तन, एक्वैरियम और कुएं में भी पानी एकत्रित रहता है। इन्हे किसी कीटाणुनाशक के प्रयोग से साफ करें और ढक कर रखे।

हर्बल-टी

मॉनसून के मौसम में हर्बल-टी का सेवन करें, क्योंकि इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। यह हमारी प्रतिरक्षा को बढ़ाते हैं और कीटाणुओं, जीवाणुओ के खिलाफ लड़ने की ताकत प्रदान करते हैं। इसलिए च्तमबंनजपवदे क्नतपदह त्ंपदल ैमेंवद रखने के लिए हर्बल-टी रोज पिएं।

स्क्रैचिंग से बचने

यदि आपको मच्छर ने काट लिया है तो उसे खुजालने से या स्क्रैचिंग से बचे, क्योंकि यह वायरस नाक, शरीर या मुंह के माध्यम से आपके अंदर प्रवेश कर सकते हैं। इसलिए मच्छर से काटे हुए प्रभावित क्षेत्र को जितना कम हो सके, उतना कम छुएं।

बीमारियों से बचने के लिए रूमाल का उपयोग करेंद्य रूमाल को अपने साथ या अपनी जेब में रखना शिष्टाचार को दशार्ता है। बारिश के दिनों में जितना कम हो सके अपने चेहरे को स्क्रैच करें या छुएं, क्योंकि फ्लू वायरस मुंह, आँख, नाक आदि के माध्यम से आपके अंदर प्रवेश क्र सकते हैं। इसलिए ध्यान रखें, जब भी जरुरत पड़े तो हाथ के बजाय रूमाल की मदद से चेहरे को पोछें या साफ करें और हाथों को चेहरे से दूर रखें।

त्वचा के संक्रमण से बचें

बरसात के दिनों में बहुत ही ज्यादा मात्रा में गटर, नालों में गंदा पानी एकत्रित हो जाता है, और फिर सडकों में फिर जमा होने लगता है। ऐसे में अगर आप नंगे पैर सड़कों में चलने लगते हैं तो यह दूषित और जहरीला पानी आपकी त्वचा में लगकर अवांछित त्वचा कर संक्रमण पैदा क्र सकता है। इस मौसम में अपने शरीर का कोई भी भाग अगर खुला होता है, तो उसमे गंदे पानी से होने वाले संक्रमण की सम्भावना अधिक होती है। इसलिए भ्मंसजी ज्पच वित त्ंपदल ैमेंवद के अनुसारघर से बाहर निकलते समय यह सुनिश्चित कर लें कि आपने अपने शरीर को ढका है या नहीं और पैरो में भी जूते पहनकर उसे अवश्य ढकें।

हाथों को धोएं

बारिश के मौसम में आप हाथ धोने की बात को अनदेखा नहीं कर सकते, वरना यह आपके लिए बहुत ही घातक सिद्ध हो सकता है। इसलिए इस मौसम में हाथों को नियमित रूप से धोते रहने से व्यक्ति स्वास्थ्य संकटों से दूर रहता है। ऐसा करने का मुख्य कारण यह है की बारिश के दौरान कई तरह से बैक्टीरिया और वायरस सक्रिय हो जाते हैं और आपकी जानकारी के बिना किसी न किसी तरीके से ये आपके संपर्क में आ जाते हैं। इसलिए ध्यान रखें, रोजाना भोजन करने से पहले अपने हाथ को साबुन से धोकर या सेनिटाइजर से अच्छी तरह से साफ कर ले।

डायबिटीज और अस्थमा

अगर आप या आपके कोई रिश्तेदार डायबिटीज और अस्थमा की बिमारी से पीड़ित है, तो इस बात का अवश्य ध्यान रखे कि बारिश के दिनों में पीड़ित गीली दीवारों के पास ना सोएं। क्योंकि, गीली दीवार के पास सोने से शरीर के अंदर कवक के विकास को बढ़ावा मिलता है, जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक साबित हो सकता है।

(साई फीचर्स)