विश्व का सबसे बड़ा विमान

आप सभी ने विमान में तो कई बार सफर किया होगा लेकिन आज हम आपको जिस विमान के बारे में बताने जा रहे हैं यह विश्व का सबसे बड़ा विमान है। इस विमान का नाम एंटोनोव एएन-225 मारिया है और इस विमान ने 21 दिसंबर 1988 में अपनी पहली उड़ान भरी थी जिसके बाद से यह पूरे विश्व में एक चर्चा का विषय बन गया था। आप यह बात जानकर हैरान हो जाएंगे कि यह सबसे बड़ा विमान करीबन 600 टन वजनी है और इस विमान में 66 फैन इंजन लगा हुआ है। इस विमान की लैंडिंग के दौरान इसके 32 टायर वाला लैंडिंग गियर सिस्टम काम में लिया जाता है। वही उसके पंखों की लंबाई 28.4 मीटर है जो इसे एक विशालकाय विमान बना देते हैं।

जानिए इसकी खासियत –

इस विमान का उपयोग नासा के वैज्ञानिकों ने किया था और उसके बाद से अभी तक कोई भी देश इतना बड़ा विमान नहीं बना सका है।

ये विमान एक बार में करीबन 1500 लोगों को अपने साथ ले जा सकता है जो कि दुनिया के सबसे बड़े जेट विमान से करीबन 3 गुना ज्यादा है।

एक बार में यह विमान 640 टन भार क्षमता अपने साथ ले जा सकता है।

इस विमान की मैक्सिमम रेंज 15400 किलो मीटर तथा अधिकतम रफ्तार करीबन 850 किलोमीटर प्रति घंटा है।

बिना रुके 250 टन वजन के साथ करीबन 4000 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है।

इसका नोज गियर सामान की सुविधाजनक लोडिंग को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया।

अगर इसके पीछे के हिस्से की बात की जाए तो भारी सामान वहन करने के लिए इसका दो टेल वाला डिजाइन है।

इस विमान में छह इंजन हैं और रनवे पर उतरने के लिए इसमें 32 पहिए लगे हैं।

हॉवर्ड ह्यूज द्वारा डिजाइन किया हुआ एच-4 हर्कुलिस नामक विमान के पंख एएन-225 से बड़े थे लेकिन इसने केवल एक बार ही उड़ान भरी।

आज के समय में यह उच्चतम तकनीक का एक बहुत बड़ा नमूना है जिसे देख कर कोई भी आश्चर्यचकित हो जाता है। इस विमान को देखकर अन्य देश भी इस तकनीक को अपनाएंगे और इसी प्रकार की कई और तकनीकों की खोज करेंगे जो मानवता को फायदा पहुंचाए।

(साई फीचर्स)