मेरे पिता .. “वो जो कभी थके नहीं…”

वो जो सुबह से पहले उठते थे,
और रात सबसे बाद में सोते थे,
न कोई शिकायत, न कोई चाह,
बस हर दिन हमें हँसते हुए देखते थे।

ना बोले कभी कि थक गए हैं,
ना जताया कि दर्द में हैं,
हर जिम्मेदारी को सिर पर लिया,
जैसे कोई ऋषि ध्यान में हैं।

जूतों की जगह छाले पहने,
सपनों की जगह मेरे सपने गिने,
अपने ख्वाबों को बक्से में रख,
मेरे लिए नित नये रास्ते चुने।

पिता…
तुम्हारा प्यार कभी चुपचाप बहा,
न आँखों में, न बातों में,
बस हर उस कोने में मिला
जहाँ तुमने खुद को खोया… और हमें पाया।

मुझे याद है वो पुराने कपड़े,
जो तुम पहनते थे हर साल,
“नई कमीज़ तू पहन ले बेटा…”
कहकर मुस्कुरा जाते थे हर बार।

तुमने मुझे गिरने नहीं दिया,
चाहे खुद कितनी बार गिरे हो,
तुमने मेरी उंगली पकड़कर
पूरी ज़िंदगी का सफर तय किया।

आज जब मैं दुनिया की भीड़ में खड़ा हूँ,
तो समझ आता है —
वो पहला कदम मेरा नहीं था,
वो तो तुम्हारा हाथ था… जिसमें मैं था।

“पापा, आप सिर्फ मेरे पिता नहीं,

आप मेरी आत्मा का मजबूत हिस्सा हो।
आपके बिना मैं अधूरा हूं —
और आपके जैसा बनने की कोशिश ही
मेरे जीवन की सबसे बड़ी साधना है।”**

पिता दिवस पर कोटि-कोटि नमन।

हेमंत मनोहर लाल मोराने, हरदा मप्र
(साई फीचर्स)

श्वेता यादव

कर्नाटक की राजधानी बंग्लुरू में समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो के रूप में कार्यरत श्वेता यादव ने नई दिल्ली के एक ख्यातिलब्ध मास कम्यूनिकेशन इंस्टीट्यूट से पोस्ट ग्रेजुएशन की उपाधि लेने के बाद वे पिछले लगभग 15 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.