पानी कब, कैसे और कितना पीना चाहिए . . .

बासी मुंह पानी पिने के फायदे तो आप जानते ही होंगे लेकिनसोने से पहले पानी पीना कितना फायदेमंद है यह जानकार आप चौंक जाएंगे। पानी को अगर सही समय पर सही मात्रा में पिया जाए तो यह अपने आप में एक दवा जितना काम करता है।

आयुर्वेद में पानी पीने के लिए समय और मात्रा भी बताई गई है। अगर पानी को गलत तरीके से पिया जाए या गलत समय पर अधिक मात्रा में पिया जाए तो वह शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है।

सोने से पहले पानी पीने से आप हार्ट जैसी गंभीर बिमारी से बच सकते है। सोने से पहले पानी पीना हार्ट को नॉर्मल रखता है और हार्ट अटैक से बचाता है।

सुबह सोकर उठने के बाद बगैर मुंह धोए 2 गिलास पानी पिएइससे शरीर के अंदरूनी अंग ज्यादा एक्टिव होते है और चेहरे पर ग्लो आता है। इसके साथ ही शरीर के सारी इंटरनल क्लीनिंग भी होती है।

1 गिलास पानी नहाने से पहले पिने से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।

1 गिलास पानी शाम के नाश्ते से पहले पिएंइससे पेट भरा रहेगा और ज्यादा हेवी नाश्ता नहीं होगा और इससे आप शरीर में होने वाले मोटापे से भी बचे रहेंगे।

1 गिलास पानी थकान और टेंशन के समय पिएं इससे दिमाग शांत रहता है और टेंशन भी कम होती है।

किसी तरह की शारीरिक परेशानी होने पर डॉक्टर पानी पीने की सलाह देते हैं। दिन में कम से कम रोज 8 गिलास पानी पीना चाहिए। इससे आपका डायजेस्टिव सिस्टमस्किन और बाल हेल्दी रहते हैं। पानी शरीर से बेकार पदार्थ बहार निकालता है। पानी को लेकर कई तरह की बातें सुनने को मिलती हैं। अगर पानी पीने के फायदे हैंतो नुकसान भी हैं। पहले हम इन फायदों के बारे में जानते हैं।

पानी पीने के 10 फायदे:

यहां आपको कुछ सुझाव दिए जा रहे हैंताकि आपको पानी की कमी से होने वाली बीमारियां न घेरें। इसलिए कुछ बातों का खास ध्?ान रखें।

1.सुबह उठते ही एक गिलास पानी पीना अच्छा होता है। इसे अपनी आदत में शामिल करें। इससे पेट साफ रहता है। पानी पीने से स्किन में रूखापन नहीं होता।

  1. सुबह उठने के बाद गरम या गुनगुने पानी में शहद और नींबू डालकर पिया करें। इससे टॉक्सिक एलिमेंट शरीर से निकल जाते हैं और इम्यून सिस्टम भी सही रहता है।

3.कुछ लोग ज्यादा ही ठंडा पानी पीते हैं। इससे गुर्दे खराब हो सकते हैं। इसलिए ज्यादा ठंडा पानी न पिएं।

4.अगर आप चाय या कॉफी ज्यादा पीते हैं तो उसकी जगह ग्रीन टी पिएं। इससे एनर्जी मिलती है।

5.सॉफ्ट ड्रिंक की जगह गुनगुना पानी या नींबू पानी पिया करें। आपका एनर्जी लेवल बढ़ेगा और डायजेस्टिव सिस्टम भी सही रहेगा।

6.वजन कम करने के लिए ठंडे पानी की जगह गुनगुना गर्म पानी पीना फायदेमंद होता है।

  1. पानी पीने से एसिडिटी हटती हैक्योंकि पानी पेट साफ रखता है।
  2. हमारा दिमाग 90 प्रतिशत पानी से बना है। पानी न पीने से भी सिर दर्द होता है।
  3. पानी जोड़ों को चिकना बनाता है और जोड़ों का दर्द भी कम करता है।
  4. हमारी मांसपेशियों का 80 प्रतिशत भाग पानी से बना हुआ है। इसलिए पानी पानी से मांसपेशियों की ऐंठन भी दूर होती है।

बीमारियों से भी दूर रखता है पानी:

आयुर्वेद के अनुसार: आयुर्वेद के अनुसार हल्का गर्म पानी पीने से पित्त और कफ दोष नहीं होता और डायजेस्टिव सिस्टम सही रहता है। 10 मिनट पानी को उबालें और रख लें। प्यास लगने पर धीरे-धीरे पीते रहें। ऐसा करने से यह पता चलता है कि आप दिन में कितना पानी पीते हैं और कितने समय में पीते हैं। आप पानी उबालते समय उसमें अदरक का एक टुकड़ा भी डाल सकते हैं। इससे फायदा होगा।

उबालने के बाद ठंडा हुआ पानी कफ और पित्त को नहीं बढ़ातालेकिन एक दिन या उससे ज्यादा हो जाने पर वही पानी नहीं पीना चाहिएक्योंकि बासी हो जाने पर पानी में कुछ ऐसे जीवाणु विकसित हो जाते हैंजो स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं। बासी पानी वातकफ और पित्त को बढ़ाता है।

पानी पीने के नुकसान

  1. जरूरत से ज्यादा पानी पीने से किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
  2. पानी के ओवरडोज से आपके शरीर के सेल्स डैमेज हो सकते हैं।
  3. जिन मरीजों की बाय-पास सर्जरी हुई हैउनमें से कुछ मामलों में भी डॉक्टर्स पानी कम पीने की सलाह देते हैं।
  4. जरूरत से ज्यादा पानी पीने से हमारे शरीर में मौजूद वह पाचन रस काम करना बंद कर देता हैजिससे खाना पचता है। इस वजह से खाना देर से पचने लगता है और कई बार खाना पूरी तरह से डाइजेस्ट भी नहीं हो पाता है।
  5. हेल्थ विशेषज्ञों के अनुसारखाने के बाद ठंडा पानी पीने से आपको नुकसान पहुंच सकता है। दरअसलगर्म खाने के बाद आप जैसे ही ठंडा पानी पीते हैंशरीर में खाया हुआ आॅयली खाना जमने लगता है। इससे आपकी पाचन शक्ति भी कम हो जाती है। बाद में यह फैट में भी तबदील हो जाता है। इसलिए खाने के बाद गर्म पानी पीने की सलाह दी जाती है।

पानी पीने से जुड़े कुछ जरूरी टिप्सस 1. धूप से घर आकर तुरंत पानी न पिएं। यह खतरनाक हो सकता है।

  1. कई बार खाली पेट पानी पीने से सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियां हो जाती हैं।
  2. खाने के तुरंत बाद पानी पीने से फैट बढ़ता है और आप आलसी महसूस करते हैं।
  3. चिकनाई वाले खाने या खरबूजाखीरा के तुरंत बाद पानी पीने से खांसीजुकाम हो सकता है।
  4. कई लोगों को पानी पीने से एसिडिटी की भी शिकायत होती है।

क्या स्वस्थ इंसान को भी दिन में 8 गिलास पानी पीना चाहिए…रोज 8 गिलास पानी पीने के पीछे कोई वैज्ञानिक तथ्य नहीं है। यह जरूरी नहीं कि आप 8 गिलास पानी 8 बार ही पिएं। अनेक बुद्धिजीवियों ने लेख लिखे हैंजिनमें पानी कितना और कैसे पीना चाहिएइस पर विचार किया गया है। इस बात को प्रामाणिकता के साथ कहा जा सकता है कि जो लोग स्वस्थ हैंउन्हें जरूरत से ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए।

हम रोज तरल पदार्थ के रूप में चायकॉफी या कोल्ड ड्रिंक लेते हैं। इसमें कैफीन की मात्रा अधिक होती है। शरीर में कैफीन की मात्रा अधिक होने पर ब्लड की मात्रा कम हो जाती है। ब्लड में कैफीन की मात्रा कम करने के लिए पानी बेहद जरूरी है। अगर आप दिन में 4 कप चाय या कॉफी पीते हैं तो कम से कम 8 गिलास पानी जरूर पिएं। इससे शरीर का सिस्टम सही रहता है।

वयस्क लोगों को दिन में 2.5 लीटर पानी पीना चाहिए। कैलोरी को शरीर में घुलने के लिए पर्याप्त पानी का होना जरूरी है। शरीर से पसीना निकलनेएक्सरसाइज करनेडायरिया और किडनी में स्टोन होने पर पानी की कमी हो जाती है। ऐसे मेंजीवन को भी खतरा हो सकता है। शरीर में पानी की कमी होने पर सबसे ज्यादा प्रभाव ब्लैडर पर पड़ता है।

जरूरी जानकारी

  1. हमारे शरीर का 60 से 70 प्रतिशत हिस्सा पानी से बना है। प्रतिदिन शरीर को 6 से 10 गिलास पानी की आवश्यकता होती है। इस आवश्यकता का एक बड़ा भाग खाद्य पदार्थों के रूप में शरीर ग्रहण करता है। शेष पानी मनुष्य पीता है।
  2. पानी शरीर के अतिरिक्त तत्व को पसीना और मूत्र के रूप में बाहर निकालने में सहायक होता हैमल के निष्कासन में भी सहायक होता है।
  3. एक वयस्क पुरुष के शरीर में पानी उसके शरीर के कुल भार का लगभग 65 प्रतिशत और एक वयस्क स्त्री शरीर में उसके शरीर के कुल भार का लगभग 52 प्रतिशत तक होता है।
  4. शरीर की हड्डियों में 22 प्रतिशत पानी होता हैदांतों में 10 प्रतिशतत्वचा में 20, मस्तिष्क में 74.5, मांसपेशियों में 75.6 और खून में 83 प्रतिशत पानी होता है।

अजीर्ण होने पर जल-पान औषधवत हैं। भोजन पच जाने पर अर्थात भोजन के डेढ़- दो घंटे बाद पानी पीना बलदायक है। भोजन के मध्य में पानी पीना अमृत के समान है और भोजन के अंत में विष के समान अर्थात पाचनक्रिया के लिए हानिकारक है।

व्याधियों में जल-पान

  1. अल्प जल-पान: उबला हुआ पानी ठंडा करके थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पीने से अरुचिजुकाममंदाग्निसुजनखट्टी डकारेंपेट के रोगनया बुखार और मधुमेह में लाभ होता है।
  2. उष्ण जल-पान: सुबह उबाला हुआ पानी गुनगुना करके दिनभर पीने से प्रमेहमधुमेहमोटापाबवासीरखाँसी-जुकामनया ज्वरकब्जगठियाजोड़ों का दर्दमंदाग्निअरुचिवात व कफ जन्य रोगअफरासंग्रहणीश्वास की तकलीफपीलियागुल्मपार्श्व शूल आदि में पथ्य का काम करता है।
  3. प्रात: उषापान: सूर्याेदय से २ घंटा पूर्वशौच क्रिया से पहले रात का रखा हुआ पाव से आधा लीटर पानी पीना असंख्य रोगों से रक्षा करनेवाला है। शौच के बाद पानी न पियें।

औषधिसिद्ध जल

  1. सोंठ-जल: दो लीटर पानी में २ ग्राम सोंठ का चूर्ण या १ साबूत टुकड़ा डालकर पानी आधा होने तक उबालें। ठंडा करके छान लें। यह जल गठियाजोड़ों का दर्दमधुमेहदमाक्षयरोग (टी.बी.)पुरानी सर्दीबुखारहिचकीअजीर्णकृमिदस्तआमदोषबहुमुत्रता तथा कफजन्य रोगों में खूब लाभदायी है।
  2. अजवायन-जल: एक लीटर पानी में एक चम्मच (करीब ८.५ ग्राम) अजवायन डालकर उबालें। पानी आधा रह जाय तो ठंडा करके छान लें। उष्ण प्रकृति का यह जल ह्दय-शूलगैसकृमिहिचकीअरुचिमंदाग्नि,पीठ व कमर का दर्दअजीर्णदस्तसर्दी व बहुमुत्रता में लाभदायी है।
  3. जीरा-जल: एक लीटर पानी में एक से डेढ़ चम्मच जीरा डालकर उबालें। पौना लीटर पानी बचने पर ठंडा कर छान लें। शीतल गुणवाला यह जल गर्भवती एवं प्रसूता स्रियों के लिए तथा रक्तप्रदरश्वेतप्रदरअनियमित मासिकस्त्रावगर्भाशय की सूजनगर्मी के कारण बार-बार होनेवाला गर्भपात व अल्पमुत्रता में आशातीत लाभदायी है।

ध्यान दें

  1. भूखे पेटभोजन की शुरूवात व अंत मेंधुप से आकरशौचव्यायाम या अधिक परिश्रम व फल खाने के तुरंत बाद पानी पीना निषिद्ध है।
  2. बहुत अधिक या एक साथ पानी पीने से पाचन बिगड़ता हैइसलिए बार-बार थोडा-थोडा पानी पीना चाहिए।
  3. लेटकरखड़े होकर पानी पीना तथा पानी पीकर तुरंत दौड़ना या परिश्रम करना हानिकारक है। बैठकर धीरे-धीरे चुस्की लेते हुए बायाँ स्वर सक्रिय हो तब पानी पीना चाहिए।
  4. प्लास्टिक की बोतल में रखा हुआफ्रिज का या बर्फ मिलाया हुआ पानी हानिकारक है।
  5. सामान्यत: 1 व्यक्ति के लिए एक दिन में डेढ़ से दो लीटर पानी पर्याप्त है देश-ऋतू-प्रकृति आदि के अनुसार यह मात्रा बदलती है।

निम्नलिखित दिक्कतें या स्थिति में भी पानी पर्याप्त मात्रा में पीना चाहिए।

बुखार होने पर।

ज्यादा वर्कआउट करने पर।

अगर आप गर्म वातावरण में हैं।

प्यास लगे या न लगेबीच-बीच में पानी पीते रहें। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं रहेगी।

बाल झड़ने पर।

टेंशन के दौरान।

पथरी होने पर।

स्किन पर पिंपल्स होने पर।

स्किन पर फंगसखुजली होने पर।

यूरिन इन्फेक्शन होने पर।

पानी की कमी होने पर।

हैजा जैसी बीमारी के दौरान।

(साई फीचर्स)

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