बारिश में फिर बंद हो सकती है कटंगी रोड!

 

मुझे शिकायत उस ठेकेदार से है जिसके द्वारा इन दिनों कटंगी नाका क्षेत्र में रेलवे के लिये काम किया जा रहा है।

इस स्थान पर ब्रिज बनाये जाने के सिलसिले में इन दिनों कार्य करवाया जा रहा है जिसके चलते ठेकेदार के द्वारा पुरानी रोड को पुरानी रेल्वे क्रॉसिंग वाले स्थान पर सड़क को खोदकर गहरा गड्ढा कर दिया गया है और इसके लिये ठेकेदार के द्वारा एक डायवर्टेड सड़क बना दी गयी है।

सिवनी में मूक धारित किये बैठे प्रशासन की नाक के ठीक नीचे कटंगी नाका क्षेत्र में डायवर्शन तो ठेकेदार के द्वारा कर दिया गया लेकिन इस कार्य को थूका लपेटी ही कहा जा सकता है जिसका खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ सकता है। डायवर्शन से संबंधित कोई सूचना बोर्ड लगाये जाने की जरूरत ठेकेदार के द्वारा नहीं समझी गयी है अलबत्ता कार्य चालू रहने का बोर्ड जरूर लगाया गया है। गौर करने वाली बात यह है कि यह बोर्ड भी ठीक उस स्थान पर लगाया गया है जिस स्थान पर निर्माण कार्य जारी है।

कटंगी रोड का वर्तमान में नवीनीकरण किया गया है और वर्तमान में यह काफी अच्छी हालत में है। इसके चलते शहर के बाहर से शहर की ओर आने वाले ही नहीं बल्कि इसी सड़क के माध्यम से सिवनी शहर से बाहर की ओर जाने वाले वाहन अत्यंत तेज गति में कटंगी नाका क्षेत्र से होकर गुजरते हैं। इन वाहनों के चालकों को जब पुरानी रेलवे क्रॉसिंग वाले स्थान पर अचानक निर्माण कार्य जारी रहने वाला बोर्ड दिखायी देता है तब उनके द्वारा जैसे-तैसे ब्रेक लगाये जाकर अपने वाहनों की रफ्तार को नियंत्रित करने का प्रयास किया जाता है।

ऐसी स्थिति में कभी कोई गंभीर दुर्घटना घट जाये तो उससे भी इंकार नहीं किया जा सकता है। कायदे से ठेकेदार के द्वारा आगे निर्माण कार्य चालू होने का बोर्ड निर्माणाधीन स्थल के काफी पहले लगाया जाना चाहिये ताकि वाहन चालक अपने वाहन को नियंत्रित रख सकें। इसके लिये ठेकेदार को चाहिये कि उसके द्वारा रेडियम का भी उपयोग किया जाये ताकि रात के अंधेरे में निर्माणधीन कार्य के संकेत वाहन चालक को दूर से ही नज़र आ जायें।

ठेकेदार के द्वारा डायवर्शन के लिये कच्ची सड़क का निर्माण किया जाकर उस पर गिट्टी का चूरा भर डलवा दिया गया है जिसके चलते इस बात की प्रबल संभावना है कि बारिश के दिनों में यह मार्ग पिछले वर्ष की तरह एक बार फिर बंद हो जाये। डायवर्टेड कच्ची सड़क के कारण यहाँ बारिश के दिनों में दलदल की स्थिति बनने की भी पूरी संभावना नजर आ रही है जिसके चलते पानी गिरने की स्थिति में यहाँ से गुजरना, वाहन चालकों के लिये टेढ़ी खीर ही साबित होगा।

जिला प्रशासन से अपेक्षा ही की जा सकती है कि उसके द्वारा ठेकेदार को प्रश्रय दिये जाने वाली नीति की बजाय आम जनता को होने वाली परेशानी को ध्यान में रखते हुए ठेकेदार को इस बात के लिये बाध्य किया जाये कि उसके द्वारा नियमानुसार ही अपने कार्य को अंजाम दिया जाये।

अनवर भारती