यदि नोट आधा भी फटा हो तो भी बैंक चेंज करने से नहीं कर सकते मना

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में शनिवार को आयोजित आउटरीच सेमिनार में स्वयंसेवकों को वित्तीय साक्षरता एवं भारत के आर्थिक स्वरूप का ज्ञार्नाजन हुआ। एक्सपर्ट्स ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की कार्यप्रणाली एवं रोजगार के अवसरों से परिचित कराया। इस दौरान उन्होंने सवाल जवाब में स्थिति स्पष्ट की।

मध्य प्रदेश शासन एवं रासेयो, एनएसएस प्रकोष्ठ, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित में सेमिनार में स्वयंसेवकों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। बैंक ऑफ इंडिया के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर माइकल पात्रा ने कहा, पूरे विश्व में सबसे अच्छी अर्थव्यवस्था दो देशों की है, जिसमें पहले नंबर पर चीन एवं दूसरे स्थान पर भारत है। वैसे क्षितिज पर विकासशील देशों में भारत की अर्थव्यवस्था सबसे अच्छी है। उन्होंने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की कार्यप्रणाली एवं उनका अन्य बैंकों के साथ क्रियान्वयन को भी समझाया।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की चीफ जनरल मैनेजर आर कौशल्या ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसंधान एवं कार्यप्रणाली से प्रतिभागियों को अवगत कराया। यदि नोट से आधे से अधिक फटा है तो भी बैंक को चेंच करना होगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के डायरेक्टर डॉ. समीर रंजन बहरा ने रिजर्व बैंक इंटरेस्ट रेट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. कमलेश मिश्रा, रासेयो के काय्रक्रम अधिकारी राहुल सिंह परिहार, प्रो. अशोक कुमार मराठे, आयोजन सचिव डॉ देवांशु गौतम ने जानकारियां दी।