यहां सबसे खतरनाक हैं सडकें

 

 

 

 

लीबिया में हो रही सड़क दुर्घटनाएं यहां के लोगों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं। यहां के लोगों की मानें तो लीबिया में खस्ताहाल सड़कें बंदूक से भी ज्यादा खतरनाक साबित होती जा रही हैं। यहां की कारों का सुरक्षा मानकों को पूरा न करने के साथ-साथ यातायात नियमों की अवहेलना, खस्ताहाल आधारभूत संरचना में कमी भी इसके पीछे का कारण है। सड़क दुर्घटनाओं को यहां हथियार से किए जाने वाले गुनाहों से भी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। लीबिया के मध्य त्रिपोली में बने एक पब्लिक पार्क में सैकड़ों कारों के मलबों का ढ़ेर लगा हुआ है। यहां लगे ढ़ेर को देखकर यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि यहां कितने हादसे होते होंगे।

पार्क तारिक अल-सिक्का पर जमा कारों के ढ़ेर में कई कारें ऐसी हैं जिन पर आज भी खून के धब्बे साफ देखे जा सकते हैं। यहां के गृह मंत्रालय के यातायात विभाग के अनुसार, 2018 में देशभर में 4,115 सड़क हादसे हुए, जिसमें 2,500 लोग मारे गए और 3,000 से अधिक लोग घायल हुए। यातायात विभाग के प्रवक्ता कर्नल अब्देलनासर ऐलाफी का कहना है कि “प्रति व्यक्ति सड़क दुर्घटनाओं के जानलेवा मामले में लीबिया सबसे ऊपर है।” गौरतलब है कि 2011 में देश के शासक मुअम्मार गद्दाफी को अपदस्थ करने के लिए शुरू हुए संघर्ष में भी इतने लोग नहीं मरे थे जितने यहां हुई सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए।

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 60 लाख की आबादी वाले देश लीबिया में 45 लाख से अधिक वाहन हैं। यहां पर पेट्रोल की कीमत की बात करें तो उसकी कीमत बेहद कम है। यहां पेट्रोल की कीमत 0.15 दिनार (34.03 रुपए) है। यातायात विभाग के प्रमुख जनरल मोहम्मद हादिया ने इस समस्या को लेकर बयान दिया है कि कुछ बेहाल हो चुकी सड़कों की मरम्मत “पिछले 60 वर्षों से नहीं हुई है।” इस वजह से अब वह पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं।

(साई फीचर्स)

SAMACHAR AGENCY OF INDIA समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया

समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया देश की पहली डिजीटल न्यूज एजेंसी है. इसका शुभारंभ 18 दिसंबर 2008 को किया गया था. समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया में देश विदेश, स्थानीय, व्यापार, स्वास्थ्य आदि की खबरों के साथ ही साथ धार्मिक, राशिफल, मौसम के अपडेट, पंचाग आदि का प्रसारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है. इसके वीडियो सेक्शन में भी खबरों का प्रसारण किया जाता है. यह पहली ऐसी डिजीटल न्यूज एजेंसी है, जिसका सर्वाधिकार असुरक्षित है, अर्थात आप इसमें प्रसारित सामग्री का उपयोग कर सकते हैं. अगर आप समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को खबरें भेजना चाहते हैं तो व्हाट्सएप नंबर 9425011234 या ईमेल samacharagency@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं. खबरें अगर प्रसारण योग्य होंगी तो उन्हें स्थान अवश्य दिया जाएगा.