बिना मास्टर्स किए ही राहुल गांधी को एम. फिल. की डिग्री मिल गई

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

नई दिल्‍ली (साई)। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने स्मृति इरानी की शैक्षिक योग्यता पर सवाल उठाने के लिए कांग्रेस और उसके मुखिया राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला।

जेटली ने फेसबुक पर अपने ताजा ब्लॉग में कहा कि कांग्रेस यह भूल गई है कि गांधी की अकादमिक योग्यता की एक सार्वजनिक जांच से कई सारे प्रश्न खड़े हो सकते हैं और उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने किसी मास्टर्स डिग्री बगैर एम. फिल. कर ली है।

जेटली ने फेसबुक पर लिखा, ‘BJP उम्मीदवार की शैक्षिक योग्यता पर सवाल उठाने वाले पूरी तरह भूल गए हैं कि राहुल गांधी की अकादमिक साख की एक सार्वजनिक जांच से ढेर सारे सवाल उठ सकते हैं। आखिर उन्होंने किसी मास्टर्स डिग्री के बगैर एम. फिल. की डिग्री हासिल की है।

जेटली की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब एक दिन पहले BJP सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने राहुल गांधी के पर आरोप लगाया था कि उनका कैम्ब्रिज का सर्टिफिकेट कहता है कि उनका नाम राहुल विंसी है और उन्होंने एम. फिल. किया है और नैशनल इकनॉमिक प्लानिंग ऐंड पॉलिसी में फेल हैं।

स्वामी ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी का एक सर्टिफिकेट भी ट्विटर पर पोस्ट किया था, जिसमें कहा गया है कि राहुल विंसी को नैशनल इकनॉमिक प्लानिंग ऐंड पॉलिसी में 58 प्रतिशत अंक, जबकि कुल 62.8 प्रतिशत अंक हासिल हुआ है। सर्टिफिकेट कहता है कि पासिंग मार्क 60 प्रतिशत है।

स्वामी ने इससे पहले राहुल गांधी पर 4 पासपोर्ट रखने के आरोप लगाए थे और कहा था कि उसमें से एक पासपोर्ट राहुल विंसी के नाम से है। उन्होंने कहा कि यह राहुल गांधी के फेल होने का सर्टिफिकेट है।

बता दें कि कांग्रेस ने स्मृति इरानी द्वारा शैक्षिक योग्यता के बारे में निर्वाचन आयोग को विरोधाभासी हलफनामे सौंपने के खिलाफ आयोग से शिकायत की थी। कांग्रेस ने इरानी के चुनावी हलफनामों में अलग-अलग शैक्षिक योग्यता बताने को लेकर तंज कसते हुए कहा कि एक नया सीरियल आने वाला है- क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रैजुएट थीं।

बता दें कि स्मृति इरानी गांधी परिवार के गढ़ अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को चुनौती दे रही हैं। वह पिछली बार भी अमेठी से लड़ी थीं, लेकिन हार गईं। हालांकि, वह लगातार अमेठी में सक्रिय रहीं।