वन विभाग ने लगाये वन्य प्राणी केराकल की गुमशुदगी के पोस्टर

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

भोपाल (साई)। वन विभाग ने 15 साल पहले मध्य प्रदेश के जंगलों से गायब हुए केराकल (स्याहगोश) की तलाश आरंभ कर दी है। विभाग ने ग्वालियर और उज्जैन संभाग में सार्वजनिक स्थानों पर केराकल की गुमशुदगी के पोस्टर लगाये हैं और आमजन से ऐसा जीव दिखने पर संबंधित जिले के डीएफओ को सूचित करने की अपील की है।

विभाग ने संबंधित जिलों में अफसरों के मोबाईल नंबर सार्वजनिक कर दिये हैं। केराकल बिल्ली प्रजाति से है। यह कद काठी में पालतू और जंगली बिल्ली से बड़ा होता है। यह आबादी और जंगल के बीच के क्षेत्र में पाया जाता है। विभाग ने इसकी तलाश एक सप्ताह पहले आरंभ की है और अब तक सात लोगों ने विभाग की फेसबुक वॉल पर फोटो पोस्ट किये हैं। हालांकि इनमें से कोई भी फोटो केराकल का नहीं है।

केराकल के गायब होने का ठीक – ठीक कारण विभाग के अफसरों को पता नहीं है, लेकिन वन्य प्राणी विशेषज्ञों का मानना है कि यह जीव पूरी तरह से लुप्त नहीं हुआ है। बस दिखायी देना बंद हो गया है। वन अफसर इसके कई कारण गिनाते हैं। वे कहते हैं कि छुपकर रहने और रात में निकलने की आदत की वजह से यह जीव कम दिख रहा है। यदि खोजेंगे तो आसानी से मिल जायेगा।

वास्तविकता पता करना भी मकसद : केराकल की तलाश आरंभ करने का मकसद वास्तविकता पता करना भी है। दरअसल, वन अफसरों को अभी ठीक-ठीक पता नहीं है कि केराकल प्रजाति लुप्त हो रही है या हो चुकी है और इसका कारण क्या है। इस बहाने विभाग इस वास्तविकता का भी पता लगायेगा। यदि इस अभियान से यह पता चलता है कि केराकल वास्तव में विलुप्ति की कगार पर पहुँच चुका है तो उसे बचाने की योजना बनायी जायेगी।

बाघ से हटकर देखने की कोशिश : वन अफसरों का कहना है कि बाघ के संरक्षण पर सभी का ध्यान है। अब इस अभियान को दूसरे जीवों तक ले जाने की कोशिश की जा रही है, ताकि बाघ के साथ जंगल के दूसरे जीवों का भी संरक्षण हो सके। बाघ को बचाने का मुख्य मकसद भी यही था, लेकिन इसमें विभाग पिछड़ गया, क्योंकि पूरा फोकस बाघ पर हो गया।

जानिये केराकल के बारे में : यह बिल्ली प्रजाति का जीव है। जंगली और पालतू बिल्ली से बड़ा होता है। यह घास के मैदान, झाड़ियों, पठारों और पेड़ों वाले खुले क्षेत्र में रहता है। यह रात्रिचर जीव है। इस कारण भी कम दिखता है। कान के लंबे बाल इसकी पहचान है। चूहे, खरगोश, चिड़िया इसका मुख्य भोजन है। यह उड़ती चिड़िया को छलांग लगाकर पकड़ लेता है। इसका वजन आठ से 18 किलो तक होता है और इसकी लंबाई 70 से 105 सेंटीमीटर होती है।