बिजली और निगम कर्मचारियों में विवाद
(ब्यूरो कार्यालय)
इंदौर (साई)। गोराकुंड क्षेत्र में मंगलवार सुबह इंदौर नगर निगम की टीम रिमूवल की कार्रवाई करने पहुंची। इस दौरान क्लाथ मार्केट का गांधी द्वारा ट्रांसफॉर्मर पर जा गिरा, जिसके बाद नगर निगम और बिजली कंपनी के इंजीनियरों के बीच विवाद हो गया।
इस मामले में बिजली कंपनी के डीई अजय व्यास ने कहा कि इससे करीब 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। बिजली बहाल करने में अधिकतम 72 घंटे का समय लगेगा। सुबह से ही गोराकुंड क्षेत्र में तीन पोकलेन मशीनों द्वारा बाधक निर्माण हटाने की कार्रवाई जारी थी।
अनंत चतुर्दशी के पहले स्थानीय दुकानदारों के आग्रह पर महापौर मालिनी गौड़ और निगमायुक्त सिंह ने लोगों को स्वेच्छा से निर्माण हटाने के लिए सात दिन का अतिरिक्त समय दिया था और वह समय सीमा खत्म हुए काफी समय बीत चुका है। अब सीतलामाता बाजार से गोराकुंड चौराहे तक हिस्से में रोड के दोनों तरफ कार्रवाई होना है। निगमायुक्त आशीष सिंह ने भी सोमवार को समय सीमा बैठक में अधिकारियों को मंगलवार से तोड़फोड़ शुरू करने के निर्देश दिए गए थे।
विवाद वाले निर्माण नहीं हटे : गोराकुंड क्षेत्र में 80 से 90 प्रतिशत लोगों ने खुद बाधक निर्माण हटा लिए हैं। जो निर्माण नहीं हट सके हैं, उनमें से ज्यादातर किराएदार-मकान मालिकों के विवाद वाले हैं। निगम के भवन अधिकारी पीएस कुशवाह ने बताया कि 70 से ज्यादा निर्माण बाधक थे, जिनमें से अधिकांश हट चुके हैं। निगम का अमला मंगलवार सुबह पांच पोकलेन मशीन, बुलडोजर और कर्मियों के साथ कार्रवाई शुरू की थी।
एलआईजी लिंक रोड पर फिर होगी कार्रवाई
निगम एलआईजी लिंक रोड पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई फिर करेगा। सड़क के इर्द-गिर्द बड़ी संख्या में लोग अवैध निर्माण कर रहे हैं। कई लोग शेड लगाकर अतिक्रमण कर रहे हैं। कुछ महीने पहले निगम ने कुछ पक्के अवैध निर्माणों को तोड़ा था लेकिन अब फिर लोगों ने वहां अवैध निर्माण करना शुरू कर दिया है। एलआईजी लिंक रोड के लिए कार्रवाई 4 अक्टूबर के बाद संभावित है।