सेलिंग खिलाड़ी के मामले में खेल विभाग के तीन कर्मचारियों पर कार्रवाई

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

भोपाल (साई)। वाटर स्पोर्ट्स की सेलिंग खिलाड़ी के गर्भवती होने के मामले में खेल विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए हॉस्टल की वार्डन नीलम मेश्राम व सहायक कोच अनिल शर्मा को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा प्रभारी वार्डन व जूडो कोच मोनिका परोचे को तत्काल प्रभाव से मुक्त कर बैतूल अटैच कर दिया है। यह आदेश खेल संचालक डॉ एसएल थाउसेन ने जारी किए।

19 वर्षीय महिला सेलिंग खिलाड़ी के एक बेबी को जन्म देने और उसकी मौत के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया था। उप सचिव किरण मिश्रा के नेतृत्व में जांच दल गठित किया गया था। इस दल ने बुधवार को तात्या टोपे नगर स्थित खेल संचालनालय में चार घंटे तक रुककर संयुक्त संचालक डॉ.विनोद प्रधान, वाटर स्पोर्ट्स अकादमी के मुख्य कोच जीएल यादव, प्रभारी वार्डन मोनिका पारोचे तथा अस्पताल में सेलिंग खिलाड़ी से पूछताछ कर चार पेज का प्रतिवेदन तैयार किया था। इसी प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई की है।

क्या है मामला

उल्लेखनीय है कि सोमवार रात को पेट दर्द की शिकायत के चलते महिला सेलिंग खिलाड़ी को जेपी अस्पताल में भर्ती किया था। देर रात को एक प्रीमेच्योर बेबी को जन्म दिया था। कम वजन होने के कारण उसे आईसीयू में रखा गया था। इस बेबी ने बुधवार को दम तोड़ दिया था बाद में इस बेबी का हमीदिया अस्पताल में पीएम कराया गया था।

हॉस्टल लौटी सेलिंग खिलाड़ी

गुरुवार को सेलिंग खिलाड़ी की जेपी अस्पताल से छुटटी हो गई है। उसे टीटी नगर स्टेडियम के हॉस्टल में रखा गया है। यहां उसे यहां वीआईपी गेस्ट हाउस में रखा गया है। स्टेडियम प्रभारी विकास खराड़कर ने बताया कि महिला खिलाड़ी की देखभाल के लिए महिला सहायक भी है। साथ ही न्यूट्रीशियन के अनुसार डाइट दी जा रही है, जिससे वह जल्दी स्वस्थ हो सके।

काउंसलिंग की जा रही है

साइकोलाजिस्ट डॉ.श्रुति सक्सेना ने बताया कि अभी यह खिलाड़ी कमजोर है, अभी काउंसलिंग के लिए वह पूरी तरह तैयार नहीं है, इसके बाद भी हम लगातार उसके संपर्क में हैं। इतने बड़े सदमे से वह गुजर रही रही है, उसे काउंसलिंग की सख्त जरुरत है। जैसे-जैसे वह समान्य होती जाएगी, उसका आत्मविश्वास बढ़ता जाएगा।

सभी कोच को दी समझाइश

स्टेडियम परिसर में खेल विभाग के विभिन्न् अकादमी के सभी कोच व सहायक कोच व खेल विभाग के अधिकारियों के बीच बैठक आयोजित हुई। इसमें सभी को समझाइश दी गई और उनकी राय ली गई। बैठक में कोचों ने बताया कि महिला खिलाड़ियों को गुड टच और बेड टच के बारे में समझना होगा। उनके अंदर का डर बाहर निकालना चाहिए, वह अपने प्रशिक्षक व साथी खिलाड़ियों से खुलकर बात कर सके और अपनी समस्याओं के बारे में जानकारी दे सके।

सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं

तात्या टोपे स्टेडियम के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है, लेकिन विभाग के पास सिर्फ दो दिन का बैकअप है। इसलिए कोई फुटेज नहीं मिल रहा है। वाटर स्पोर्ट्स अकादमी के कैमरों को भी देखा जा रहा है। जिससे महिला खिलाड़ी के बारे में जानकारी मिल सके कि वह किस तरह से प्रैक्टिस करती थी, और छह माह की गर्भवती होने के बाद भी उसके शारीरिक बनावट में कोई बदलाव आया कि नहीं। इसके साथ ही गेट पास के रजिस्टर को भी देखा जा रहा है कि वह स्टेडियम के बाहर कब-कब गई और किस के साथ गई है। उल्लेखनीय है कि महिला खिलाड़ी ने खुद कहा कि किसी कमलेश नाम के लड़के के साथ उसने संबंध बनाए थे।