मानव तस्करी में बिचौलिए को राजस्थान से लाई पुलिस

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। जबलपुर के मानव तस्करों के लिए राजस्थान में बिचौलिए का काम करने वाले प्रमोद नामक आरोपित को पुलिस टीम कोटा से गिरफ्तार कर साथ ले आई। 10 सदस्यीय पुलिस टीम रविवार को जबलपुर लौटी।

पुलिस की छानबीन में दो और युवतियां सामने आईं जिन्हें सुनीता यादव व गिरोह के सदस्यों ने राजस्थान में बेच दिया था। हालांकि दोनों के बच्चे हो चुके हैं इसलिए वे अब वापस नहीं लौटना चाहतीं। उन्होंने कहा कि परिवार बसा लिया है, अब जबलपुर वापस लौटेंगे तब भी जीवन नरक बन जाएगा।

मानव तस्करों के गिरोह व उनकी मुखिया सुनीता यादव पर पुलिस का शिकंजा और कस गया है। गिरफ्त में आए आरोपित ने स्वीकार किया है कि सुनीता नौकरी का झांसा देकर लड़कियों को राजस्थान पहुंचाती थी और वह उन्हें बेचने में मदद करता था। जिन परिवारों में शादी योग्य युवक मिलते थे, उनसे डील कर सुनीता के साथ राजस्थान पहुंची लड़कियों का सौदा करवाकर अपने हिस्से की रकम ले लेता था।

अन्य जिलों की युवतियों को भी बेचा

गिरोह ने जबलपुर समेत अन्य कई जिलों की लड़कियों को बहला फुसलाकर राजस्थान में बेचा है। बिचौलिए ने स्वीकार किया है कि जबलपुर समेत अन्य जिलों में सुनीता का नेटवर्क फैला हुआ है। रोजगार की तलाश कर रही लड़कियों को निशाना बनाकर सुनीता अच्छी खासी नौकरी का झांसा देकर उन्हें राजस्थान पहुंचाती थी। मानव तस्करी का नेटवर्क कोटा से संचालित होता था।

पूछताछ करने पहुंचे डीएसपी

बताया जाता है कि गिरफ्त में आए आरोपित से पूछताछ करने के लिए डीएसपी महिला अपराध प्रदीप जैन रविवार रात अधारताल थाना पहुंचे। उन्होंने बिचौलिए समेत गिरोह के अन्य सदस्यों से पूछताछ की। उनसे पता लगाया जा रहा है कि जबलपुर समेत पड़ोसी जिलों से गिरोह में और कितने सदस्य शामिल हैं।

न्यायालय से पुलिस रिमांड की मांग

बिचौलिए की गिरफ्तारी के बाद मानव तस्करी गिरोह से कई बड़े खुलासे की संभावना है। डीएसपी महिला अपराध प्रदीप जैन ने बताया कि पूर्व में गिरफ्त में आ चुके आरोपितों की रिमांड अवधि समाप्त होने वाली है। अब बिचौलिए की गिरफ्तारी से कई नए प्रकरण सामने आ रहे हैं। लिहाजा न्यायालय से आरोपितों की रिमांड अवधि व बिचौलिए के लिए भी रिमांड की मांग की जाएगी।

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