(ब्यूरो कार्यालय)
इंदौर (साई)। आजाद नगर क्षेत्र में नाला टेपिंग के लिए डाली जा रही सीवरेज लाइन की खुदाई के दौरान मिली सुरंग का इस्तेमाल रेसीडेंसी क्षेत्र में जलप्रदाय के लिए होता था। सुरंग मिलने की सूचना पर सोमवार को नगर निगम के इंजीनियरों ने मौका देखा। इस दौरान कुछ बुजुर्ग लोगों ने बताया कि ब्रिटिश काल में रेसीडेंसी एरिया में कुओं से पानी बांटा जाता था। कुओं तक पानी पहुंचाने के लिए यह कैनाल बनाई गई थी। लोग इसे 100 से 150 साल पुरानी बता रहे हैं।
निगम के असिस्टेंट इंजीनियर सुनील गुप्ता ने बताया कि लोगों का कहना है कि पहले आजाद नगर में सात-आठ कुएं थे और स्टॉप डेम था। स्टॉप डेम का पानी चैनल से होते हुए कुओं तक लाया जाता था। एक कुएं में चैनल का सिरा भी मिला है। मदीना नगर पंपिंग स्टेशन के पास जो सुरंग निकली है, वह करीब 50-60 मीटर लंबी है लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह आगे की ओर भी बनी होगी।
हालांकि यह नहीं पता चला सका है कि सुरंग का दूसरा छोर कहां है? पानी को कुओं तक पहुंचाकर उसे पंप स्टेशन से रेसीडेंसी क्षेत्र में बांटा जाता था। अंग्रेजों के जमाने के पंपिंग स्टेशन की जगह पर अब सरकारी स्कूल बन गया है। जो सुरंग मिली है, वह ईंट से बनी है। आजाद नगर क्षेत्र में जिन सात-आठ कुओं के होने की बात कही जा रही है, उनमें से इक्का-दुक्का ही अब अस्तित्व में हैं।
जुड़ाई कर डाली लाइन
निगम इंजीनियर ने बताया कि निगम ने जुड़ाई कर सुरंग को बंद कर दिया है, क्योंकि वह किसी काम की नहीं है। पास में लाइन डालने का काम भी करा लिया है। नाला टेपिंग के लिए नई सीवरेज लाइन कोहिनूर नगर से मदीना नगर होते हुए आजाद नगर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक डाली जा रही है। दौरे के बाद निगमायुक्त आशीष सिंह को भी इस मामले में जानकारी दी गई है। सुरंग के कारण काम में किसी तरह की समस्या नहीं है और काम अपनी गति से हो रहा है।