सुमित्रा महाजन के लेटर बम से हंगामा . . .

 

 

 

 

(ब्‍यूरो कार्यालय)

इंदौर (साई)। मध्य प्रदेश के इंदौर से टिकट को लेकर अनिर्णय की स्थिति पर सवाल उठाते हुए लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है।

सुमित्रा महाजन ने एक पत्र लिखकर कहा है कि बीजेपी ने अभी तक इंदौर में अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बारे में पहले ही पार्टी में वरिष्ठों से चर्चा कर ली थी। टिकट की राह देख रही सुमित्रा महाजन ने पत्र के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की है।

पत्र में सुमित्रा महाजन ने लिखा, ‘इंदौर से आज की तारीख तक उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। यह अनिर्णय की स्थिति क्यों है? संभव है कि पार्टी को निर्णय लेने में कुछ संकोच हो रहा है। हालांकि मैंने पार्टी में वरिष्ठों से इस संदर्भ में बहुत पहले ही चर्चा की थी और निर्णय उन्हीं पर छोड़ा था।

सुमित्रा ने आगे लिखा, ‘लगता है उनके मन में अब भी कुछ असमंजस है इसलिए यह घोषणा करती हूं कि अब मुझे लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ना है।उन्होंने यह भी कहा कि अब पार्टी अपना फैसला मुक्त मन से करे, नि:संकोच होकर करे। बता दें कि बीजेपी द्वारा 75 वर्ष की आयु पार कर चुके नेताओं को इस बार उम्मीदवार न बनाए जाने की चर्चाओं के बीच इस बात की अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि सुमित्रा महाजन भी इस बार चुनावी मैदान में ना उतरें। उनकी उम्र 75 वर्ष है।

उन्होंने इंदौर की जनता से मिले प्रेम और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिले सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। अगर महाजन को टिकट नहीं मिलता है तो लाककृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और कलराज मिश्रा के बाद वह बीजेपी की चौथी वरिष्ठ नेता होंगी जो इस चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनेंगी।

हाल ही में जब महाजन से पूछा गया कि उनका विकल्प कौन हो सकता है, तब उन्होंने कहा था कि ताई का विकल्प कोई भी हो सकता है। उन्होंने कहा था, ‘जब मैं आई थी तो किसी का विकल्प ही बनी थी। मैंने अच्छा काम किया और अपनी पहचान बनाई। अब कोई भी मेरा विकल्प बन सकता है, वह भी अच्छा काम करे और पहचान बनाए।

8 बार इंदौर सीट से सांसद रही हैं सुमित्रा

वर्तमान में लोकसभा की स्पीकर सुमित्रा महाजन लंबे वक्त से बीजेपी के टिकट पर इंदौर की सांसद बनती रही हैं। सुमित्रा महाजन इंदौर संसदीय क्षेत्र से आठ बार निर्वाचित हुई हैं। पार्टी इस सीट से इस बार किसी नए चेहरे की तलाश में है। माना जा रहा है कि अगर सुमित्रा को इस बार चुनावी मैदान में नहीं उतारा जाता है तो बीजेपी उनके स्थान पर पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय या विधायक मालिनी गौड़ को टिकट दे सकती है।