जिस नंबर की बस कबाड़खाना पहुंची उसी नंबर की दूसरी बस उमरिया में चलती मिली

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

जबलपुर (साई)। जिस नंबर की बस गुरंदी बाजार कदम तलैया स्थित कबाड़खाना में काटने के लिए लाई गई थी, उसी नंबर की दूसरी बस उमरिया जिले में सड़कों पर दौड़ती मिली। बस संचालक के इस फर्जीवाड़े का पता तब चला जब पुलिस औचक जांच पड़ताल करने कबाड़खाना पहुंची।

पुलिस ने परिवहन विभाग से जानकारी मांगी तो पता चला कि जिस नंबर की बस कटने आई है, उसी नंबर की दूसरी बस उमरिया में चल रही है। बेलबाग पुलिस ने बस संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है। बेलबाग थाना प्रभारी समरजीत सिंह परिहार ने बताया कि 8 अप्रैल 2019 को कबाड़खाना में दबिश दी गई थी, जहां बस (एमपी-19 ईए 0172) तथा डंपर (एमपी-20 बीए 4800) को काटने के लिए लाया गया था।

गलगला निवासी कलीम खान तथा जाफर अली वहां मौजूद थे। दोनों ने बस के दस्तावेज पुलिस को सौंपकर विकटगंज उमरिया निवासी संचालक मुकेश प्रताप सिंह से मोबाइल पर बात कराई। मुकेश ने बताया कि उसने 1 लाख 20 हजार में बस बेच दी है। पुलिस ने बस के दस्तावेज परिवहन विभाग को प्रेषित कर रिपोर्ट मांगी। रिपोर्ट से पता चला कि चेचिस नंबर से छेड़छाड़ कर इसी नंबर की दूसरी बस उमरिया में चलाई जा रही है। एक ही रजिस्ट्रेशन पर दो बसों का संचालक कर मुकेश परिवहन विभाग को टैक्स का चूना लगा रहा है।

नहीं ली थी परिवहन विभाग की अनापत्ति-

कबाड़ में बस खरीदने वाले कलीम खान ने उसे काटने से पूर्व परिवहन विभाग की अनापत्ति नहीं ली थी, जिसके विरुद्घ भी कार्रवाई संभव है। पुलिस के मुताबिक कलीम ने कल्लू नामक दलाल के माध्यम से बस खरीदी थी। बस संचालक की तलाश की जा रही है।