(ब्यूरो कार्यालय)
छपारा (साई)। छपारा पुलिस थाना क्षेत्र में इन दिनों लगभग हर गाँव में अंग्रेजी और देशी शराब धड़ल्ले से बेची जा रही है और आबकारी एवं पुलिस का महकमा सिर्फ और सिर्फ कच्ची शराब पकड़ने में ही मुस्तैद दिख रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार छपारा क्षेत्र में अनेक ग्रामों में शराब ठेकेदारों के गुर्गों के द्वारा गाँव – गाँव में पैकारों, कुचियों (शराब का अवैध व्यवसाय करने वाले) के जरिये शराब को बेचा जा रहा है। गाँव – गाँव में दो और चार पहिया वाहनों के जरिये शराब को अवैध रूप से लाकर बेचा जा रहा है।
इससे उलट पुलिस और आबकारी विभाग के नुमाईंदों के द्वारा सिर्फ और सिर्फ कच्ची शराब और लहान जप्त करने में ही दिलचस्पी ली जा रही है, जिससे अनेक प्रश्न आज भी अनुत्तरित ही खड़े हैं। लोगों का कहना है कि कच्ची शराब बेचना जुर्म है तो गाँव – गाँव में देशी और विदेशी शराब की बिक्री क्या वैध है!
यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि छपारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत केवलारी और सिवनी विधान सभा क्षेत्र के साथ ही साथ बालाघाट तथा मण्डला संसदीय क्षेत्र के सैकड़ों गाँव आते हैं। लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को बांटने के लिये छपारा नगर की अंग्रेजी और देशी शराब दुकान के ठेकेदार के द्वारा दोपहिया और चौपहिया वाहनों से शराब की बड़ी खेप गाँव – गाँव तक पहुँचायी जा चुकी है।
लोकसभा चुनाव और मतदान के ऐन पहले ही छपारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सैकड़ों ग्रामों में देशी और अंग्रेजी शराब की खेप पहुँचाने के पीछे कहीं न कहीं लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को प्रलोभन देने की तैयारी है। ऐसे में छपारा पुलिस और आबकारी अमला इन शराब माफियाओं के ऊपर अब तक कार्यवाही क्यों नहीं कर पाया है, यह लोगों की समझ से परे ही बात है!