(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। जिला मुख्यालय से लगी ग्राम पंचायत नगझर के अंतर्गत बलपुरा से कण्डीपार रोड पर बन रही पुलिया का काम जाँच के बाद अधिकारी ने रुकवा दिया था। इसके बावजूद ठेकेदार ने गुणवत्ता विहीन पुलिया का निर्माण करवा दिया गया। अब इस घटिया काम का मूल्यांकन करने से उपयंत्री ने साफ इंकार कर दिया है। निर्माण के दौरान आर्थिक और अन्य गड़बड़ी सामने आयी है।
2.01 लाख की जगह मात्र 21 हजार दर्ज मजदूरी : इस पुलिया के निर्माण में 02 लाख एक हजार रूपये मजदूरी में खर्च होना था। लेकिन खुदाई का कार्य करने वाले मजदूरों को 21,125 रूपये मजदूरी का भुगतान किया गया है। इससे स्पष्ट हो रहा है कि पंचायत में ठेकेदारी प्रथा से पुलिया का निर्माण कार्य कराया गया है।
सूत्रों के मुताबिक निर्माण कार्य जारी रहते हुए मस्टररोल जनरेट होता है। ठेकेदार ने काम पूरा कर दिया है लेकिन पोर्टल में 21,125 रूपये की मजदूरी का भुगतान होना दर्शाया गया है। ऐसे में मजदूरों की शेष राशि 17,9875 रूपये के लिये अब मस्टर रोल कैसे जनरेट हो सकता है क्योंकि काम पूरा होने के बाद मस्टर रोल जनरेट नहीं किया जा सकता है।
नहीं करायी क्यूब टेस्टिंग : बलपुरा गाँव से कण्डीपार रोड पर बनायी गयी पुलिया का घटिया काम देखकर जनपद पंचायत की उपयंत्री अपूर्वा जोशी ने मूल्यांकन कार्य पर रोक लगा दी है। उन्होंने बताया कि तत्कालीन महिला उपयंत्री तृप्ति पटले ने ठेकेदार को यह काम दिलाया था। ठेकेदार ने घटिया निर्माण किया है।
ठेकेदार को क्यूब टेस्टिंग कराने के लिये कहा गया था लेकिन इस पर भी अमल नहीं किया गया। घटिया काम को देखते हुए उपयंत्री ने एई एस.के. जाटव को पुलिया निर्माण की जाँच करने के आदेश दिये थे। एई ने जाँच के बाद काम रोकने के निर्देश दिये थे। इसके बावजूद ठेकेदार ने मनमानी करते हुए पुलिया का काम पूरा करवा दिया।
धसक रहा पुलिया का फर्श : पुलिया के निर्माण में गुणवत्ता का कितना ध्यान रखा गया है इसका अंदाजा पुलिया के फर्श को देखकर सहज ही लगाया जा सकता है। अभी से पुलिया का फर्श धसकने लगा है। वहीं पुलिया के किनारे बनायी गयी दीवार के कांक्रीट पिल्लर टूटे पड़े हैं।
पुलिया में लगाये गये तीन पाईप चिटके हुए हैं। इनमें दरारें अलग ही दिखायी दे रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार ने रेत की जगह डस्ट का उपयोग कर निर्माण कराया है।
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