दिनेश राय बढ़ा रहे काँग्रेस से पीगें!

 

 

 

 

भाजपा विधायक ने काँग्रेस के नकुल नाथ को बताया भावी सांसद

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। दशकों से काँग्रेस का अभेद्य गढ़ समझी जाने वाली छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर काँग्रेस की ओर से नकुल नाथ का नाम फाईनल होने के पहले ही सिवनी के भाजपा विधायक दिनेश राय के द्वारा नकुल नाथ को भावी सांसद करार दे दिया गया। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री कमल नाथ की तारीफ में कसीदे गढ़ते हुए उन्हें अपना अभिभावक भी बता दिया।

छिंदवाड़ा से मुख्यमंत्री कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ का नाम फाईनल माना जा रहा है, हालांकि अभी औपचारिक ऐलान होना बाकी था, लेकिन उसके पहले ही एक कार्यकम में भाजपा के सिवनी विधायक दिनेश राय ने नकुल नाथ को भावी सांसद करार दे दिया है। वही मुख्यमंत्री कमल नाथ की तारीफ में कसीदे गढ़े और उन्हें अपना अभिभावक बता दिया।

ज्ञातव्य है कि विधायक दिनेश राय को मुख्यमंत्री कमल नाथ का करीबी माना जाता रहा है। बतौर निर्दलीय जीते दिनेश राय के द्वारा विधान सभा चुनावों के पहले उनकी काँग्रेस में जाने की अटकलें भी जमकर चलीं थीं।

बुधवार को छिंदवाड़ा में कल्चुरी समाज का परिचय सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस दौरान मुख्यमंत्री कमल नाथ और उनके पुत्र नकुल नाथ भी उसमें शामिल होने पहुँचे थे। इस दौरान सिवनी के भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन की मौजूदगी भी चर्चा का विषय बनी रही।

उससे हैरानी की बात तो ये रही कि कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान भाजपा के सिवनी विधायक दिनेश राय ने कमल नाथ के पुत्र नकुल नाथ को भावी सांसद कहकर संबोधित किया। इतना ही नहीं इस दौरान दिनेश राय ने मुख्यमंत्री कमल नाथ की तारीफ में कसीदे पढ़े और उन्हें अपना अभिभावक निरूपित कर दिया।

इस दौरान मुख्यमंत्री कमल नाथ के द्वारा अपने उद्बोधन में चुटकी लेते हुए दिनेश राय के बारे में कहा गया कि मुनमुन भटक गये हैं, लेकिन वे हमारे अपने ही हैं।

भाजपा विधायक दिनेश राय के बयान से साफ हो गया है कि छिंदवाड़ा में एक बार फिर काँग्रेस का कब्जा होगा और इस बार कमल नाथ के पुत्र नकुल नाथ सांसद बनेंगे। वहीं सिवनी विधायक के इस बयान के बाद बीजेपी में हड़कंप मच गया है, राजनैतिक गलियारों में भी चर्चाओं का बाजार गर्म हो चला है।

चर्चाओं के अनुसार विधायक दिनेश राय को पहले से ही कमल नाथ का करीबी माना जाता रहा है। वर्ष 2013 के विधान सभा चुनाव में वे निर्दलीय लड़े थे। इसके बाद 2018 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते हुए भाजपा से चुनाव लड़ा था और वे भारी मतों से विजयी भी हुए हैं। (द एशियन एज से साभार)