0 कॉपी, किताब, गणवेश में लुटेंगे . . . 04
प्रभारी डीईओ को नहीं पता कॉपी-किताब के आदेश के बारे में!
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। अच्छा किया आपने बता दिया, हम इस मामले में जल्द ही आदेश जारी कर देंगे। उक्त आशय की बात प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह बघेल ने उस समय कही, जब उनसे यह पूछा गया कि क्या शिक्षा विभाग के द्वारा कॉपी,किताबें और गणवेश की कम से कम तीन दुकानों के संबंध में किसी तरह का आदेश जारी किया गया है।
ज्ञातव्य है कि राज्य शिक्षा केंद्र के द्वारा हर साल इस आशय के आदेश जारी किये जाते हैं जिसमें कहा जाता है कि सरकारी और निजि शैक्षणिक संस्थानों की प्रचलन वाली पाठ्य पुस्तकों और गणवेश की उस शहर में कम से कम तीन दुकानें होना चाहिये। इसके लिये बकायदा एक समिति का गठन किया जाता है और यह समिति बुक स्टॉल्स आदि की जाँच करती है।
पालकों का कहना है कि वैसे तो हर साल रस्म अदायगी के लिये ही इस तरह के आदेश जारी कर दिये जाते हैं, पर इस साल अब तक इस तरह के आदेश जारी नहीं होने के कारण पालकों में निराशा का वातावरण देखा जा रहा है। पिछले साल भी शैक्षणिक सत्र के आरंभ होने के बाद ही आदेश जारी हुआ था, तब तक पालकों के द्वारा शालाओं के द्वारा कथित तौर पर सुझाये गये प्रतिष्ठानों से महंगी दरों पर कॉपी, किताबें और गणवेश खरीदने पर उन्हें मजबूर होना पड़ा था।
इस संबंध में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह बघेल ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से चर्चा के दौरान कहा कि अब तक तो इस तरह का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि वे कार्यालय में दिखवाते हैं कि राज्य शिक्षा केंद्र अथवा मुख्यालय भोपाल के द्वारा इस साल या पिछले सालों में इस तरह के कोई दिशा निर्देश दिये गये हैं, तो वे पिछले सालों के पत्रों को देखकर उसी तरह के आदेश जारी करवा देंगे।
प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी ने यह भी कहा कि अच्छा हुआ आपने यह बात संज्ञान में ला दी, अब इस मामले में पुराने आदेशों को देखकर इस साल भी आदेश जारी करवा दिये जायेंगे। यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल ंिसंह बघेल को हाल ही में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी बनाया गया है, इसके पहले वे शिक्षा विभाग में ही डीपीसी के पद पर पदस्थ थे।
उनसे जब यह पूछा गया कि आदेश जारी होने तक तो नब्बे फीसदी पालकों के द्वारा अपने – अपने बच्चों के लिये पाठ्यक्रम की किताबें और गणवेश खरीद लिये जायेंगे! उन्होंने बताया कि वे मोगली उत्सव के सिलसिले में जिला मुख्यालय से बाहर हैं, आने के बाद ही वे इस मामले में कुछ कह पायेंगे।

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