लंगड़ा रहा है सिवनी की पहचान

(संजीव प्रताप सिंह)

सिवनी (साई)। सिवनी की पहचान वैसे तो जगतगुरू स्वामी शंकराचार्य सरस्वती, पेंच नेशनल पार्क, भेड़िया बालक मोगली, एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बाँध भीमगढ़ ही है। इन सबसे अलग अब सिवनी मिठास में भी अपनी पहचान प्रदेश और देश में बना रहा है। छपारा क्षेत्र सीताफल के लिये प्रसिद्ध है, तो सिवनी फलों के राजा आम की एक किस्म लंगड़ा की मिठास के लिये भी पहचाना जा रहा है।

हरियाली के बीच बसे सिवनी में आम की विभिन्न किस्मों के पेड़ हैं। इन्हीं में से एक लंगड़ा आम है जो आकार में छोटा होता है, लेकिन अपनी मिठास के लिये विख्यात है, यहाँ फलता है। इस साल भी लंगड़ा आम पेड़ों पर लदा हुआ है। सिवनी शहर में ही प्रोजनी आचर्ड कंपनी गार्डन में लंगड़ा आम के 14 पेड़ हैं।

उद्यान अधीक्षक ने बताया कि यहाँ का लंगड़ा आम देश के कई राज्यों में बिकने पहुँचता है। इसकी मिठास ऐसी है कि बाहरी बाजारों में इसकी खासी माँग होती है। इसीलिये हर साल इन पेड़ों की नीलामी में बाहर के व्यापारी भी आते हैं। इस साल जिले में आम की उम्दा फसल होती दिखायी दे रही है, जिससे उम्मीद है लोगों को लंगड़ा आम की मिठास सस्ते में मिल सकेगी।

उद्यान अधीक्षक ने बताया कि लंगड़ा आम की अच्छी माँग है, इसलिये कंपनी गार्डन में इसके पौधों की अच्छी किस्में तैयार की जाती हैं, जो सिवनी के अलग – अलग हिस्सों में लगाये जाकर अपनी मिठास बिखेर रहे हैं।