(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। प्रदेश की जनता, किसान और बेरोजगार युवा काँग्रेस के वचन पत्र की असलियत समझ चुके हैं। भाजपा के इन आरोपों की पुष्टि खुद काँग्रेस के नेता चाहे वे ज्योतिरादित्य सिंधिया हों या लक्ष्मण सिंह अथवा इनके मंत्री उमंग सिंधार जैसे मंत्री हों ये सब किसानों से किये गये वायदों को पूरा न करने का आरोप अपनी ही सरकार पर लगा रहे हैं।
उक्त आशय की बात गत दिवस किसानों की विभिन्न माँगों के लिये भाजपा द्वारा आयोजित धरने के दौरान पूर्व भाजपा विधायक नरेश दिवाकर द्वारा कही गयी। उन्होंने कहा कि यही नहीं मंत्री मण्डल में अनेक मंत्री बिना पैसे लिये काम नहीं करते जैसी सच्चाई भी ये स्वयं उजागर कर रहे हैं। जो इस बात का प्रमाण है कि प्याज के छिलकों से ज्यादा काँग्रेस के गुनाहों की परते हैं।
श्री दिवाकर ने कहा कि पिछले दिनों समूचा प्रदेश भारी बारिश से हुई तबाही का सामना कर रहा है। लोगों के समक्ष जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है। किसान तंग और और तबाह हो गया है। बाढ़ की चपेट में आकर बड़ी संख्या में लोगों के मकान ध्वस्त हो गये हैं। वहीं अनेकों लोगों की मौतें हुई हैं। लेकिन प्रदेश सरकार इस विपत्ति पर कोई मदद करने की बजाय कानों में रुई डाल के पड़ी हुई है।
पूर्व विधायक नरेश दिवाकर ने आगे कहा कि यह दुखद है कि इसी बाढ़ की चपेट में आकर हमारे ही जिले के हमारे दो युवाओं को अपनी जान गंवानी पड़ी लेकिन प्रदेश सरकार ने कोई सुध नहीं ली। कमल नाथ सरकार ने अंधेर नगरी चौपट राजा की तर्ज पर प्रदेश को दुर्गति की तरफ धकेलने का काम किया है।
इस धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेम तिवारी ने कहा कि बेरोजगार युवा भत्ते के आश्वासन में भटक रहे हैं। किसान कर्ज माफी की बांट जोह रहा है लेकिन कमल नाथ सरकार ने बरबादियां उनकी किस्मत में लिख दी है। भूमिपुत्र परेशान है सरकार ने कुंभकरण का रूप धर लिया है। बेपरवाही और लापरवाही का आलम है। लोग 10 माह में इस सरकार से तंग आ गये हैं।
श्री तिवारी ने कहा कि बाढ़ के हालात का जायजा लेने की बजाय प्रदेश सरकार के मुखिया कमल नाथ और उनके मंत्री मंत्रालय में बैठकर बयान जारी कर रहे हैं। प्रदेश की कमल नाथ सरकार हर मोर्चे पर विफल हो गयी है। काँग्रेसी नेताओं ने प्रदेश की भोली भाली जनता को झूठा आश्वासन देकर अपने जाल में फंसा कर सरकार बना ली, लेकिन अब वायदा खिलाफी कर रहे हैं।
भाजपा द्वारा आयोजित इस धरना प्रदर्शन के दौरान अनेक वरिष्ठ नेताओं और किसान नेताओं ने अपनी बात रखी। धरना प्रदर्शन के पश्चात किसानों से संबंधित विभिन्न माँगों को लेकर एक ज्ञापन जिला प्रशासन के माध्यम से सौंपा गया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्त्ता भी उपस्थित रहे।
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