लाखों का चावल न लौटाने वाला धराया

सरकारी धान की मिलिंग के बाद नहीं कराया था चावल जमा

(टूप सिंह पटले)

अरी (साई)। सरकारी धान की मिलिंग के बाद चावल गोदाम में जमा न करने के मामले में फरार समरकांति विश्वास को अरी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

अरी पुलिस ने 05 फरवरी को सजनवाड़ा की तारा माँ राईस मिल की संचालक सीमा विश्वास व पति समरकांति विश्वास पर 53 लाख रूपये कीमत का सरकारी चावल न लौटाने के मामले में धारा 409, 34 भादवि के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। तारा माँ राईस मिल को 19 दिसंबर 2018 में हुए अनुबंध के मुताबिक 25 लाट धान मिलिंग के लिये दी गयी थी।

विश्वास दमपति ने मिलिंग के बाद 19 लाट चावल सरकारी गोदाम में जमा कराया था जबकि जाँच के दौरान मिल में अन्य 06 लाट में दिया गया सरकारी धान व उससे बना चावल नहीं पाया गया था। तय समय 15 जनवरी तक मिलिंग कर धान गोदाम में जमा नही कराने के मामले में पंचनामा तैयार कर जाँच कमेटी ने मिल संचालक व सहयोगी के खिलाफ प्राथमिकी अरी थाने में दर्ज करायी थी।

संचालक फरार, पति पकड़ाया : लाखों रूपये कीमत का सरकारी चावल जमा नहीं कराने के मामले में पिछले दो महीनों से तारा माँ राईस मिल की संचालक सीमा विश्वास फरार हैं, जबकि राईस मिल में सहयोगी पति समर कांति विश्वास को पुलिस ने गुरूवार को धपारा गंगेरूआ बस स्टैण्ड से कुछ दूरी पर गिरफ्तार किया है।

अरी थाना प्रभारी एन.के. धुर्वे ने बताया कि समर कांति भी मामला दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहे थे। पूछताछ में समर कांति ने बताया कि वह कभी कभार राईस मिल जाता था। राईस मिल का काम उसकी पत्नि सीमा विश्वास देखती थीं। इसलिये सरकारी धान समय पर मिलिंग के बाद जमा क्यों नहीं करायी गयी इस बारे में उसे ज्यादा जानकारी नहीं है। अरी पुलिस के एएसआई गौरव धुर्वे, नियास़ खान, प्रधान आरक्षक हिरेसी नागेश्वर, आरक्षक विजेंद्र परिहार ने फरार समर कांति को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया है।

जाँच कमेटी की अनुशंसा के मुताबिक नान के तत्कालीन जिला प्रबंधक दिलीप सक्सेना ने थाना पहुँचकर मिल संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी। अनुबंध के मुताबिक तारा माँ राईस मिल को 25 लाट में 1007.50 मीट्रिक टन धान मिलिंग के लिये दी गयी थी। इसमें से 19 लाट से तैयार 512.95 मीट्रिक टन चावल मिलर्स द्वारा नान के गोदामों में जमा कराया गया है। शेष 06 लाट से तैयार 162.07 मीट्रिक टन चावल गोदाम में जमा नहीं कराया गया था।

नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक संजय सिंह ने बताया कि हाल ही में करायी गयी मिलिंग से तैयार चावल की जाँच करने बीते दो दिनों से भोपाल से आये महा प्रबंधक जयंत सिरोले व दो अधिकारियों के दल द्वारा चावल की जाँच की जा रही थी। सेंपलिंग के बाद सही पाये जाने पर मिलिंग से तैयार चावल 11 स्ट्रेक में सरकारी गोदाम में जमा करा दिया गया है जबकि सतना व उमरिया में टीम ने कई सैंपल फेल किये हैं।