(ब्यूरो कार्यालय)
सिवनी (साई)। जिला अस्पताल परिसर व बरामदे में लगभग आधा दर्जन मानसिक रूप से विक्षिप्तों का डेरा जमा होने से यहाँ उपचार कराने पहुँचने वाले, डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मचारियों को अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। जिला कलेक्टर के निर्देश पर इन विक्षिप्तों के परिजनों की पतासाजी आरंभ की गयी है।
जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह द्वारा चार मई को जिला चिकित्सालय का निरीक्षण के दौरान एक मानसिक विक्षिप्त महिलाओ एवं पुरुषों को देखकर उप संचालक सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण वीरेश सिंह को पुर्नवास एवं उपचार के लिये निर्देशित किया गया था।
सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग के उप संचालक द्वारा बताया गया है कि जिला कलेक्टर के निर्देश पर सभी मानसिक विक्षिप्तों से लगातार चर्चा की गयी जा रही है एवं इन्हें उपचार के लिये दवाईयां दी जा रही हैं। इसी तारतम्य में बातचीत के दौरान एक महिला का नाम चम्पा बाई ठाकुर पति भंगीलाल ठाकुर जो पांडिया छपारा केवलारी की रहने वाली हैं, वे एक वर्ष से जिला चिकित्सालय में रह रहीं थीं।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में सचिव के माध्यम से महिला के भतीजे राम कुमार से चर्चा की गयी, जिन्होंने बताया कि चम्पा बाई ठाकुर एक वर्ष से लापता थीं। शुक्रवार को भतीजा रामकुमार सहयोगियों के साथ जिला चिकित्सालय पहुँचे एवं लगभग एक वर्ष से जिला चिकित्सालय सिवनी में रह रहीं अपनी चाची को लेकर चले गये। उन्होंने कलेक्टर सिवनी का आभार माना है।
सामाजिक न्याय सिवनी की ओर से यह भी बताया गया कि जिला चिकित्सालय सिवनी में रह रहे शेष मानसिक विक्षिप्तों की जानकारी एकत्र की जाकर उनके उपचार तथा पुर्नवास की व्यवस्था की जा रही है। बताया गया है कि उक्त कार्य में जिला चिकित्सालय में पदस्थ स्टाफ नर्स मीनाश्री तिवारी, वृद्धाश्रम में कार्यरत शैलेन्द्र रतले एवं अशासकीय संस्था न्यू अभिनव प्रयास सिवनी का सराहनीय सहयोग रहा।
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