बदहाली के साये में है छपारा का बस स्टैण्ड
(फैयाज खान)
छपारा (साई)। नगर पंचायत बनने से पहले प्रदेश की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत के मुख्यालय का यात्री प्रतीक्षालय लोगों के लिये सुविधा की बजाय परेशानी का सबब बनकर रह गया है। इस यात्री प्रतीक्षालय में यात्रियों को बैठने की जगह कम पड़ रही है, इसका कारण यह है कि यहाँ लोगों के द्वारा व्यवसाय किया जा रहा है।
बताया जाता है कि भीषण गर्मी के इस दौर में यात्रियों के द्वारा धूप से बचने के लिये यात्री प्रतीक्षालय का उपयोग करना चाहा जाता है तो वहाँ स्थान का अभाव साफ दिखायी देता है। इसके अलावा यहाँ गंदगी का आलम पूरी तरह देखा जा सकता है। यह यात्री प्रतीक्षालय पूरी तरह अतिक्रमण की चपेट में आ चुका है।
यात्री सुविधाओं के नाम पर बनने वाला सुलभ शौचालय ऐसे स्थान पर बनाया गया जिसके बारे में कोई जानकारी बाहर से आने वाला यात्री को मिल ही नहीं पाती है। उन्हें यह पता ही नहीं होता है कि यहाँ सुलभ शौचालय है भी अथवा नहीं। इसके चलते लोगों के द्वारा सड़कों पर ही लघुशंका से निवृत्त हुआ जा रहा है। महिलाओं के लिये किसी तरह की सुविधा न होने के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है।
यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि फरवरी माह में सड़क सुरक्षा सप्ताह के चलते यहाँ से अतिक्रमण हटाया गया था। बस स्टैण्ड पर माडल शौचालय बनाने की बात भी उस समय ग्राम पंचायत के द्वारा कही गयी थी, पर इसके बाद भी यहाँ मॉडल शौचालय की नींव तक नहीं रखी गयी है।
अभी हाल में ही नव निर्मित दुर्गा मंदिर में वाटर कूलर किसी सज्जन पुरुष द्वारा स्थापित करवा दिया गया जिससे कुछ हद तक तो यात्रियों के पीने के पानी की समस्या तो हल हुई है परंतु प्रसाधन के साधन एवं प्रतीक्षालय की समस्या जस की तस बनी हुई है। कुछ दिनों पूर्व लखनादौन के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा यात्री प्रतीक्षालय को अतिक्रमण मुक्त करते हुए, आम जनता को सुविधओं का लाभ देने का प्रयास किया गया था परंतु उनकी यह कवायद अकारत ही चली गयी। महज़ एक पखवाड़े के बाद भी स्थिति जस की तस ही बन गयी।
बस स्टैण्ड पर पुलिस की व्यवस्था भी नहीं के बराबर ही प्रतीत होती है। कभी कभार ही बस स्टैण्ड में पुलिस कर्मी दिखायी देते हैं। बरसात का मौसम आने को है। बरसात के मौस में यात्री बरसात के पानी से बचने के लिये कहाँ आश्रय लेंगे यह यक्ष प्रश्न आज भी बना ही हुआ है।
राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के द्वारा छपारा के यात्री प्रतीक्षालय को अतिक्रमण मुक्त कराया गया था लेकिन लगातार मॉनीटरिंग नहीं होने से यह जस का तस हो गया. इसकी जानकारी मुझे लगी लेकिन मॉनीटरिंग का काम स्थानीय स्तर पर पंचायत व पुलिस का है. बहरहाल बहुत जल्द ही छपारा नगर को अतिक्रमण मुक्त करने की तैयारी चल रही है. इसको लेकर छपारा तहसीलदार और पुलिस विभाग के नगर निरीक्षक को निर्देशित क्या जा चुका है.
अंकुर मेश्राम,
एस.डी.ओ., रेवेन्यू,
लखनादौन.

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