ट्रक चोरी की कहानी और रिपोर्ट निकली झूठी!

 

 

नागपुर में कबाड़ में कटवा दिया था ट्रक, पुलिस ने बरामद किये पाटर््स

(अय्यूब कुरैशी)

सिवनी (साई)। पहले ट्रक फाईनेंस कराओ, फिर उसकी चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराओ और ट्रक को कबाड़ी के पास जाकर कटवा दो . . .! इस तरह के मामले सिवनी सहित प्रदेश भर में प्रकाश में आ रहे हैं। सिवनी में इसी तरह के एक मामले पर से पुलिस ने पर्दा उठाते हुए आरोपियों को धर दबोचा है।

ब्रहस्पतिवार को पत्रकार वार्ता में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश खरपुसे ने बताया कि डूण्डा सिवनी थानांतर्गत इसी तरह का एक मामला प्रकाश में आया है। उन्होंने बताया कि गुरूनानक वार्ड निवासी अनीस खान के द्वारा डूण्डा सिवनी थाने की सीमा में उनके ट्रक क्रमाँक एमपी 20 एचबी 2952 के 28 एवं 29 मार्च की दरमियानी रात में चोरी हो जाने की रिपोर्ट दर्ज करवायी गयी।

उन्होंने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के द्वारा संपत्ति संबंधी अपराधों की विवेचना के लिये जिला स्तर पर एक संपत्ति स्क्वॅड का गठन किया गया है। इस स्क्वॅड के द्वारा डूण्डा सिवनी थाना प्रभारी अमित दाणी के नेत्तृत्व में वाहन के स्वामी अनीस खान से पूछताछ की गयी, किन्तु स्क्वॅड को कोई सफलता हाथ नहीं लगी।

उन्होंने बताया कि इसी बीच जिला पुलिस अधीक्षक को विश्वसनीय सूत्रों से यह बात पता चली कि उक्त चोरी गये ट्रक को अनीस खान के द्वारा रंग रोगन करवाया जाकर, उस पर दूसरे नंबर की नंबर प्लेट लगाकर, उसे चलाया जा रहा है। इसके लिये उनके द्वारा अधीनस्थों को सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, नरसिंहपुर, जबलपुर, नागपुर, अमरावती आदि स्थानों पर पतासाजी के निर्देश दिये गये।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि पुलिस के दल द्वारा जब समस्त पहलुओं पर विचार करते हुए पतासाजी करना आरंभ किया गया तो कहानी में अनेक मोड़ आये। जाँच में यह भी पता चला कि अनीस खान के द्वारा एक साल पहले अपने कुंजड़ी मोहल्ला निवासी ससुर अज्जू खान से एक दस चका ट्रक (एमपी 20 एचबी 1086) खरीदा गया था एवं उसका पंजीयन, उसने अपने नाम पर करवाया था।

उन्होंने बताया कि अनीस खान के द्वारा इस पुराने ट्रक को सिवनी निवासी तन्नू खान के कबाड़े में कटवा दिया गया था और इसके कागजात आरटीओ कार्यालय में जमा करवाने की बात कहकर, उन्हें अपने पास रख लिये थे। इसके बाद अनीस खान दिसंबर 2018 में बोरीकला निवासी अफसर खान से मिला। अफसर खान के पास भी एक दस चका ट्रक (सीजी 04 जेए 5008) था।

उन्होंने बताया कि अफसर खान का ट्रक श्रीराम फाईनेंस से ऋण पर उठाया गया था। किश्त अदा न कर पाने के चलते अफसर खान के द्वारा ट्रक को कहीं छुपाकर रखा गया था। इसकी शिकायत भी फाईनेंस कंपनी के द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक से की गयी थी। अनीस खान और अफसर खान ने मिलकर इस ट्रक का हुलिया बदलकर इसके चेचिस और इंजन नंबर बदल दिये और फिर उनके द्वारा इसे एमपी 20 एचबी 1086 के रूप में चलाना आरंभ कर दिया गया था।

एडीशनल एसपी ने बताया कि इस ट्रक के एवज में अनीस खान के द्वारा कोटक महिंद्रा कंपनी से कुछ फाईनेंस करवा लिया गया था और इस राशि से अनीस खान ने जबलपुर निवासी संदीप राजपूत से 2011 के मॉडल का दस चका ट्रक (एमपी 20 एचबी 2952) को डेढ़ लाख रूपये नकद देकर खरीदा और शेष राशि नौ लाख पचास हजार रूपये उसके द्वारा प्रतिमाह जमा करवाने की बात कही गयी।

उन्होंने बताया कि पुलिस को यह बात भी पता चली कि अनीस खान के द्वारा जिस ट्रक की चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवायी गयी थी, वह ट्रक महाराष्ट्र में चल रहा है। यह ट्रक (एमपी 20 एचबी 1086) छिंदवाड़ा स्थित हिन्दुस्तान लीवर लिमिटेड से साबुन भरकर महाराष्ट्र के खामगाँव के लिये रवाना हुआ था।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के द्वारा बताया गया कि काफी मशक्कत के उपरांत पीली नदी नागपुर के पास समीर कबाड़ी के पास उक्त ट्रक (एमपी 20 एचबी 2952) को दो लाख पचास हजार रूपये देकर कटवा दिया गया था। पुलिस के द्वारा कबाड़ी के पास से इस वाहन का चेचिस, इंजन, रेडियेटर, पहिया डिस्क और अन्य पार्ट्स बरामद किये गये।

इस संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी अमित विलास दाणी, सहायक उप निरीक्षक पी.एल. देशमुख, प्रधान आरक्षक योगेश राजपूत, देवेन्द्र जायसवाल, आरक्षक सुन्दर श्याम तिवारी, अमर उईके, अभिराज सिंह, परवेज़ खान अजय बघेल, शेखर बघेल का विशेष योगदान रहा।