सुमन खातरकर पर कस सकता है शिकंजा!

 

पौने दो करोड़ भुगतान के मामले में बीडीओ को नोटिस जारी!

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। जनपद पंचायत सिवनी की तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं वर्तमान बीडीओ सुमन खातरकर पर शिकंजा कसा जा सकता है। नये सीईओ की मौजूदगी के बावजूद पुरानी डीएससी का फायदा उठाकर विवादित निर्माण कार्याें सहित किये गये 01.67 करोड़ रूपये से ज्यादा के भुगतान के मामले में जिला पंचायत कार्यालय से शोकाज़ नोटिस जारी हो गया है।

जिला पंचायत के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि जिला पंचायत सीईओ सुनील दुबे ने नोटिस जारी करते हुए जवाब – तलब किया है कि नये सीईओ रामकिशन कोरी के रहते हुए और बीडीओ के पद में रहते हुए कैसे और किस नियम के तहत भुगतान किया है उसका जवाब मांगा गया है।

सूत्रों के मुताबिक बीडीओ द्वारा नियम विरूद्ध किये गये भुगतान से संबंधित निर्माण कार्याें की जाँच हो सकती है। जनपद पंचायत से जुड़े हुए जन प्रतिनिधि अध्यक्ष सहित उनके सदस्य पुलिया और सुदूर सड़कों की जाँच करवाने का मन बना रहे हैं। पुलिया और सुदूर सड़कों की जाँच होने पर बड़ी गड़बड़ी सामने आ सकती है। 24 से 27 सितंबर तक ठेकेदारों को 01.67 करोड़ रूपये का भुगतान करने के बाद बीडीओ सुमन खातकर जनपद पंचायत कार्यालय नहीं आ रहीं हैं।

सूत्रों ने कहा कि जनपद पंचायत सिवनी की ग्राम पंचायत सालीवाड़ा में सालीवाड़ा टोला से थांवरी मार्ग में 09.88 लाख रूपये लागत से मनरेगा के तहत पुलिया बनायी गयी थी। पुलिया पर मजदूरी कार्य में डेढ़ लाख रूपये खर्च होने थे लेकिन जनपद के इंजीनियर सिद्धार्थ पाण्डेय ने मात्र 58 हजार रूपये की मजदूरी में पुलिया का निर्माण पूरा होना बता दिया था।

इसी तरह पुलिया में पुराने पाईप लगाने के आरोप भी क्षेत्रवासिायें ने लगाये थे। वही गुणवत्ता को लेकर भी जनपद सदस्य ने शिकायत की थी। 21 मई को शिकायत के बाद जिला पंचायत सीईओ ने 27 जून को जाँच के आदेश सहायक यंत्री को दिये थे लेकिन मामले की जाँच नहीं हुई। इसी बीच बीडीओ ने विवादित पुलिया के रुके 05.36 लाख रूपये के बिलों का जाँच पूरी होने से पहले ही भुगतान कर दिया। वर्तमान सीईओ रामकिशन कोरी का कहना है कि विवादित पुलिया की जाँच करवाकर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।