बीएलओ के अतिरिक्त काम से त्रस्त हैं शिक्षक

 

तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

(फैयाज खान)

छपारा (साई)। राज्य शासन के द्वारा भले ही शिक्षकों को शैक्षणिक कार्य के अलावा अन्य कार्यों में न लगाये जाने के निर्देश बार – बार जारी किये जाते रहे हों, पर शिक्षकों को उनके मूल काम के अलावा अन्य कामों में लगाये जाने से शैक्षणिक कार्य प्रभावित हुए बिना नहीं हैं।

सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षक अब बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के अतिरिक्त प्रभार के काम के दबाव के कारण त्रस्त हो गये हैं। इतना ही नहीं बीएलओ के काम के कारण वे अपना पढ़ाई कराने का मुख्य काम नहीं कर पा रहे हैं जिसका असर वार्षिक परीक्षा परिणामों व विद्यार्थियों के भविष्य पर पड़ रहा है।

शिक्षकों का कहना है कि बीएलओ का अतिरिक्त कार्य का भार और बढ़ा दिया गया है जिससे शैक्षणिक कार्य करना मुश्किल हो गया है। इसे लेकर बीएलओ संगठन की ब्लॉक ईकाई छपारा के लगभग 54 बीएलओ ने जिला निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के नाम पर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है।

बीएलओ के कार्य में लगे शिक्षको ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए ज्ञापन में बताया है कि बीते कई वर्षों से आयोग ने शिक्षकों को बीएलओ नियुक्त कर निर्वाचित संबंधित जैसे कार्याे में लगा दिया है। इसमें मतगणना सूची, पुनरीक्षण वर्ष में एक से दो बार स्वीप प्लान योजना, चुनावी पाठशाला, मतदान पर्चियों का डोर टू डोर वितरण, मतदाता सूची अपडेशन ऑनलाईन आदि जटिल कार्य करना होता है। इससे स्कूल का शैक्षणिक कार्य व विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

ज्ञापन में कहा गया है कि शिक्षकों को बीएलओ कार्य से पूर्ण मुक्त कर दिया जाये। साथ ही बीएलओ जैसे कार्य के लिये पंचायत व अन्य विभिन्न विभागों के कर्मचारियों से ही यह कार्य कराये जाने की माँग की गयी है। ज्ञापन देते समय शिक्षक थानसिंह राजपूत, अनिल पांडे, नेकलाल अहिरवार, मोहम्मद कुरैशी, मतीन खान, राजेन्द्र चौकसे, प्रदीप जैन, विजेन्द्र सिंह, अनिल साहू, असद खान, संतोष सिसोदिया, सुनील ठाकुर, कृष्ण कुमार आदि शिक्षक उपस्थित रहे।