जिले की 23 शालाओं के शिक्षक देंगे परीक्षा
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। 10वीं – 12वीं बोर्ड परीक्षा के 30 प्रतिशत या उससे कम परिणाम देने वाले टीचरों का एग्जाम पूरे प्रदेश में 12 जून को एक साथ होगा। इसके दिशा – निर्देश जारी करते हुए प्राचार्यों तक जानकारी पहुँचायी गयी है।
इधर परीक्षा आरंभ होने के पहले विभाग द्वारा जारी किये आदेश को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल विभाग ने परीक्षा में शामिल होने वाले टीचरों को किताब के साथ परीक्षा में सम्मलित होने के निर्देश दिये हैं। विभाग में चर्चा है कि जब किताब लेकर शिक्षक परीक्षा में बैठेंगे तो फिर कैसे पता चलेगा कि टीचर कहाँ कमजोर है। परीक्षा के नाम पर सिर्फ विभाग खानाूपर्ति करता दिख रहा है।
परीक्षा को लेकर किस तरह से लापरवाही की जा रही है इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि कमिश्नर जयश्री कियावत ने टीचरों की परीक्षा संबंधी आदेश में स्पष्ट किया है परीक्षा में शामिल नहीं होने वाले टीचरों को सिर्फ कारण बताओ नोटिस जारी किया जायेगा, उपर्युक्त कारण होने पर कार्यवाही नहीं होगी। साथ ही इस परीक्षा के परिणाम गोपनीय रखे जायेंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह बघेल ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि लोक शिक्षण आयुक्त जयश्री कियावत के निर्देशों के अनुसार 2018 – 2019 की हाई स्कूल परीक्षा में ऐसे शिक्षक का जिनका परीक्षा परिणाम अपेक्षा अनुरुप नहीं रहा है, उनकी दक्षताओं के आँकलन हेतु 12 जून को परीक्षा का आयोजन करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस परीक्षा का उद्देश्य शिक्षकों को पास या फेल करना नही है, अपितु शिक्षकों को पढ़ाने में आने वाली समस्याआंे को जानकर उनके लिये प्रशिक्षण की कार्ययोजना बनाना है, इस हेतु राज्य स्तर से विषयवार, विद्यालयवार एवं कक्षावार सूची प्राप्त हुई है। इसमें जिले के 23 स्कूल शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि ऐसे हाई अथवा हायर सेकेण्डरी स्कूल जिनके शिक्षकों का परीक्षा परिणाम 30 फीसदी अथवा उससे कम है, उनके लिये परीक्षा आयोजित की जायेगी। इसके अलावा शून्य से 30 फीसदी परीक्षा परिणाम वाली हाई स्कूल के केचमेंट की समस्त पोषक माध्यमिक शालाओं के सभी शिक्षकों की परीक्षा ली जायेगी।