जर्जर मकान हो रहे जमींदोज, जिला फिर हुआ तरबतर
(अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)। कुछ दिन थमने के बाद एक बार फिर बारिश का दौर आरंभ हो गया है। लोग अब त्राहिमाम त्राहिमाम करते नज़र आ रहे हैं। शनिवार और रविवार की दरमियानी रात हुई जबर्दस्त बारिश ने लोगों को हलाकान कर दिया। सूरज के न निकलने के कारण लोगों के कपड़े भी सूख नहीं पा रहे हैं।
शनिवार और रविवार की दरमियानी रात लगभग 01 बजे आरंभ हुई बूंदाबांदी के उपरांत रात लगभग तीन बजे जमकर बारिश हुई। सुबह कुछ देर बारिश थमी रही, पर दोपहर चार बजे के लगभग एक बार फिर बदरा झूमकर बरसे। लगातार हो रही बारिश से लोगों की दुश्वारियां बढ़ती जा रही हैं।
बारिश के चलते शहर के बुधवारी बाज़ार सहित निचले इलाकों में पानी भर गया। इसके अलावा नगर पालिका के द्वारा नाले, नालियों की सफाई सही तरीके से न करवाये जाने के कारण बारिश का पानी सड़कों पर तो लोगों के घरों और प्रतिष्ठानों में भी घुस गया।
भोमा में गिरे मकान : भोमा से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से पप्पू पुषाम ने बताया कि जिला मुख्यालय से महज 18 किलो मीटर दूर स्थित भोमा क्षेत्र में बारिश के चलते लगभग दो दर्जन मकानों को क्षति पहुँची है। इसमें से आधा दर्जन मकान तो पूरी तरह जमींदोज हो गये हैं।
उन्होंने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण भोमा के पप्पू बरकड़े, भगत निर्मलकर, कपिल कांत रजक, घनश्याम रजक और सुद्दू सहित कई लोगों के घर पूरी तरह से गिरकर ध्वस्त हो गये हैं। इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों से कई लोगों को घरों के नुकसान की खबर मिल रही है। क्षेत्र में लगभग दो दर्जन से अधिक मकानों को आंशिक या पूर्ण नुकसान पहुँचा है।
नागपुर जबलपुर जाना हुआ मुश्किल : सिवनी से जबलपुर और नागपुर आने जाने वाले लोगों पर बारिश भी परेशानी का कारण बनती दिख रही है। जबलपुर मार्ग पर धूमा घाटी में सड़क निर्माण के चलते जब चाहे तब जाम की स्थित निर्मित हो रही है। यहाँ संकरी सड़क पर यातायात का भारी दबाव है और व्यवस्थाएं न होने के कारण जाम की स्थिति निर्मित हो रही है।
इसके साथ ही साथ सिवनी से नागपुर मार्ग पर मोहगाँव से खवासा के बीच ठेकेदार के द्वारा बनाये गये विचलन मार्ग पर रूक-रूक कर जाम लग रहा है। इसके चलते नागपुर से सिवनी आने वाले अनेक यात्री वाहन कटंगी मार्ग से सिवनी तक आना जाना कर रहे हैं।
बताया जाता है कि इस मार्ग का निर्माण करा रही दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के द्वारा बनाये गये विचलन मार्ग डामरीकृत नहीं हैं, इसके अलावा यहाँ पानी की निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। जरा सी बारिश में ही यहाँ की सड़क दलदल में तब्दील हो जाती हैं, और सड़क पर पानी भर जाता है जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुए बिना नहीं है।